पर्यावरणविद ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर संतो को पौधा दान कर कुंभ के लिए किया विदा



समाज जागरण दीपक कुमार

परोपकार के लिए ही धरती पर अवतरित होते हैं संत, सरोवर व तरुवर: ट्री मैन डॉ कौशल

जिले के छतरपुर स्थित ठाकुरबाड़ी  प्रांगण में गुरुवार को विश्व व्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वनराखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद डॉ कौशल किशोर जायसवाल ने पर्यावरण धर्म के तहत मां भारती के वीर सपूत और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी की जयंती पर संतो को हिमाचल का कपूर और थाईलैंड के बारहमासी आम का पौधा दान कर उन्हें महाकुंभ के लिए विदा कर आशीर्वाद लिया। धर्मगुरु कौशल ने उन्हें  पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ  आठ मूल ज्ञान मंत्रों की शपथ  दिलाते हुए सुखद व मंगलमय यात्रा की कामना करते हुए 16 संतो को प्रयागराज महाकुंभ नहाने के लिए रवाना किया वनाराखी मूवमेंट के प्रणेता डॉ  कौशल  ने सभी संतो को फूल माला के साथ अंगवस्त्र प्रदान कर उन्हें सुरक्षित वाहन उपलब्ध कराकर उन्हें जपला रेलवे स्टेशन भेजा। उन्होनें सभी संतो को आर्थिक सहयोग भी किया ताकि वे सकुशल वहां पहुंच सके।
धर्मगुरु कौशल ने कहा कि  जिनकी आत्मा महान होती है वही महात्मा होते हैं । दूसरों को परोपकार करने वाले ही महान होते हैं चाहे वे किसी भी रंग के लिबास में हों।
अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के छतरपुर प्रखंड अध्यक्ष सुभाष चंद्र बोस के मार्गदर्शन में यह यात्रा की विदाई सम्पन्न हुई।
महाकुंभ जाने वालो में बालयोगी संत विभु सुमनजी, ब्रह्मचारी-सूर्य मंदिर-छतरपुर,विश्वनाथ बाबा-शिव मंदिर-बैरियाडीह,
सरयू बाबा-टूईं मंदिर-पिंडराही,शिवानंद जी-पाटन हरैया,रामजी बाबा-बैरियाडीह,गणेश जी-सूर्य मंदिर करमाकला,हरिदासजी-चरांईं, कुम्मी-नावाबाजार वैद्यनाथ भगत-छतरपुर,विनोदसिंह-पिंडराही,शशगया सिंहप्रभा देवीसोना कुंवर-रूदसीताराम-बरडीहा,द्वारिकासिंह-ग्राम-भंडारगढ़ा,चंदवाबरनी देवी का नाम शामिल है। इस अवसर पर चराइ के बबन ठाकुर पंचायत डाली बाजार के पूर्व उप मुखिया अफजाल अंसारी मौजूद थे

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