बिजली कटौती से जनजीवन अस्त व्यस्त

झारखंड के सात जिलों में बिजली कटौती का फरमान, डीवीसी के थर्मल पावर में आई खराबी, पांच दिनों तक झेलना होगा दर्द l
दैनिक समाज जागरण श्रवण सिंह ब्यूरो चीफ रामगढ़ झारखण्ड l

रामगढ़(झारखंड) 1 मार्च 2023: झारखंड के सात जिलों को इन दिनों बिजली कटौती की भारी समस्‍या का सामना करना पड़ रहा है क्‍योंकि दामोदर घाटी निगम की कोडरमा थर्मल पावर (डीवीसी) में रविवार को अचानक तकनीकि खराबी आ गई है। पावर सप्लाई में पचास प्रतिशत से अधिक की कटौती कर दी गई है।

झारखंड के सात जिलों में बिजली कटौती का फरमान, डीवीसी के थर्मल पावर में आई खराबी, पांच दिनों तक झेलना होगा दर्द
दामोदर घाटी निगम की कोडरमा थर्मल पावर की बिजली उत्पादन करने वाली यूनिट में रविवार को अचानक तकनीकी खराबी आई है। इसके कारण झारखंड के रामगढ़ जिला सहित कई इलाकों में डीवीसी ने पावर सप्लाई में पचास प्रतिशत से अधिक की कटौती कर दी है। डीवीसी ने इससे संबंधित नोटिस झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के चेयरमैन सहित संबंधित जिला के एरिया बोर्ड को भी जारी किया है। अगले पांच दिनों तक डीवीसी ने पूरे झारखंड में पचास प्रतिशत तक बिजली सप्लाई में कमी रखेगी।

शहर व ग्रामीण इलाकों में बिजली की हो रही भारी कटौती

झारखंड में डीवीसी के कमांड एरिया धनबाद, कोडरमा, गिरीडीह, हजारीबाग, रामगढ़, रांची व बोकारो में इसका असर रहेगा। डीवीसी से पर्याप्त बिजली नहीं मिलने के कारण रामगढ़ शहर समेत पूरे जिले में बिजली की आंखमिचौली जारी है। हर घंटे दो घंटे पर बिजली कट रही है।

पहले ही शहर वासी बिजली कट से परेशान थी। अब इस नए फरमान से 12 से 15 घंटे तक कटौती होगी। जबकि ग्रामीण इलाकों में 17 से 18 घंटे तक बिजली कटौती शुरू हो गई है।

पांच दिनों तक हर सेक्टर पर पड़ेगा असर

परीक्षा का समय है। ऐसे में पांच दिनों तक बिजली कटौती से बच्‍चों की पढ़ाई पर सीधा असर पड़ेगा। साथ ही छोटे- छोटे उद्योग जो पूरी तरह बिजली पर आधारित हैं उन पर भी सीधा असर होगा। बच्चों की मैट्रिक से लेकर स्कूली परीक्षा भी शुरू हो गई है। फरवरी में ही अप्रैल की गर्मी का असर दिखने लगा है।

अधीक्षण अभियंता, झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड, रामगढ़ का कहना है कि डीवीसी ने पांच दिनों तक पचास प्रतिशत तक बिजली कटौती करने का पत्र जारी किया है। डीवीसी से बिजली सप्लाई कम मिलने से इसकी आपूर्ति पर भी असर पड़ेगा। जिसके कारण लोड शेडिंग बढ़ गया है।