सिटी मांटेसरी स्कूलों के अन्याय को संरक्षण मतलब सरकार की मजदूर विरोधी सोच, होगा आंदोलन : राकेश मणि

प्रतिवर्ष सैकड़ों शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर रहे सिटी मांटेसरी स्कूल

  • निकाले गये कर्मचारियों के वाद 20 25 साल से न्यायालयों में लंबित , सुप्रीम कोर्ट से जीतने के बाद भी आजतक नहीं हुआ ग्रेच्युटी का भुगतान, कई कर्मचारियों की हो चुकी मृत्यु,
  • लखनऊ में आयोजित होने वाले महासम्मेलन में बनेगी आर पार के आंदोलन की रणनीति

सुनील बाजपेई
कानपुर। सिटी मांटेसरी स्कूलों में शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मचारियों का शोषण और उत्पीड़न लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रतिवर्ष सैकड़ों शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर उनके स्थान पर नये लोगों की नियुक्तियां भी की जाती हैं। यही नहीं निकाले गये अनेक कर्मचारियों के वाद न्यायालयों में 20 से 25 साल लम्बित हैं। न्याय और लाभ का इंतजार करते-करते अनेक कर्मचारी की मृत्यु भी हो चुकी है, लेकिन अब इस अन्याय उत्पीड़न और शोषण को किसी भी हालत में सहन नहीं किया जाएगा और इसके खिलाफ आर पार की लड़ाई के लिए लगातार आंदोलन भी किया जाएगा।
यह चेतावनी पूर्ण जानकारी देते हुए हिन्द मजदूर किसान पंचायत के राष्ट्रीय सचिव एवं उत्तर प्रदेश के महामंत्री राकेश मणि पाण्डेय ने सिटी माण्टेसरी स्कूल के आयोजनों में शामिल होने वाले जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों आदि की घोर निन्दा की है।
सिटी माण्टेसरी स्कूलों द्वारा वर्षों से शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारियों का शोषण करने, प्रतिवर्ष सैकड़ों शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर उनके स्थान पर नये लोगों की नियुक्तियां किए जाने का भी आरोप लगाते हुए कर्मचारियों ,श्रमिकों के उत्पीड़न और शोषण के खिलाफ अनेक आंदोलनों की सफल अगुवाई कर चुके तेजतर्रार, व्यवहार कुशल और जुझारू वरिष्ठ श्रमिक नेता हिन्द मजदूर किसान पंचायत के राष्ट्रीय सचिव एवं उत्तर प्रदेश के महामंत्री राकेश मणि पांडेय ने यह भी बताया कि कई बैंचों और न्यायालयों की पीठ द्वारा आदेशित किए जाने यहां तक कि श्रम विभाग से लेकर सुप्रीम कोर्ट से जीतने के बाद भी सैकड़ों शिक्षक कर्मचारियों को ग्रेच्युटी का भुगतान आज तक नहीं किया गया।
सिटी मांटेसरी स्कूलों में शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मचारियों का तरह-तरह से शोषण और उत्पीड़न किए जाने का भी आरोप लगाते हुए वरिष्ठ श्रमिक नेता राकेश मणि पांडेय बताया कि यही नहीं इसी लाभ का इंतजार करते करते ना जाने कितने कर्मचारी काल कलवित भी हो चुके हैं।
अपने पक्ष में दबाव बनाने के लिए सिटी मोंटेसरी स्कूलों द्वारा साम ,दाम , दण्ड, भेद की नीति के तहत देश प्रदेश के राजनेताओं न्यायाधीशों और राजपत्रित अधिकारियों को माध्यम बनाए जाने जैसे तरह तरह के हथकडे अपनाने का भी आरोप लगाते हुए श्रमिक कर्मचारियों के उत्पीड़न, शोषण और समस्याओं के खिलाफ जुझारू तेवरों वाले कर्मचारी नेता राकेश मणि पाण्डेय ने बताया कि जो सीएमएस स्कूल एक अरब बच्चों के भविष्य सुधारने की बात करते हैं। वही निकाले गये ,गार्डों , ड्राइवरों ,शिक्षकों तथा कर्मचारियों के बच्चों को स्कूल से निकाल कर शिक्षा से वंचित कर देते हैं।
न्यायपालिका, कार्यपालिका के वरिष्ठ अधिकारियों और राजनेताओं आदि द्वारा
आयोजनों में शामिल होकर श्रम कानून न मानने वाले सिटी माण्टेसरी स्कूलों की सराहना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए हिन्द मजदूर किसान पंचायत के राष्ट्रीय सचिव एवं उत्तर प्रदेश के महामंत्री राकेश मणि पाण्डेय ने दावा किया कि यदि सिटी माण्टेसरी स्कूल के स्थापना से लेकर विभिन्न आयोजनों व उसके मध्य हुए अस्वभाविक मौतों और अन्य स्थितियों की जांच की जाये तो ना केवल एक खतरनाक पहलू उभर कर सामने आयेगा बल्कि सरकार की मजदूर विरोध सोच भी उजागर होगी।
इस मामले में आर पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके और हालातों के खिलाफ लखनऊ के गांधी भवन में बहुत जल्द आयोजित किए जाने वाले महासम्मेलन में सभी राजनैतिक दलों के लोगों, रिटायर्ड अधिकारियों और केन्द्रीय मजदूर संगठनों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किए जाने की भी जानकारी देने के साथ ही सरकार की ही उदासीनता व संरक्षण के चलते ही इस शोषण, उत्पीड़न और अन्याय से निजात नहीं मिलने का भी आरोप लगाते हुए चर्चित वरिष्ठ श्रमिक नेता राकेश मणि पाण्डेय ने बताया कि महा सम्मेलन में ना केवल आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी बल्कि सीएमएस के आयोजनों में शामिल होने वाले अन्य सभी के साथ ही ज्ञापन भेज कर मुख्य न्यायाधीश को भी इस उत्पीड़न ,शोषण और अन्याय से अवगत कराया जाएगा।

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