रामलीला: रावण जन्म का हुआ मंचन



*दैनिक समाज जागरण*
*संवाददाता हलिया*(मीरजापुर)*क्षेत्र के कोटा शिव प्रताप सिंह बाजार में 75 वर्ष से चल रही अनवरत श्रीरामलीला के दूसरे दिन रविवार को रात रावण जन्म रामलीला का मंचन हुआ। लंका में रावण, कुंभकर्ण और विभीषण का जन्म हुआ और इसके बाद तीनों भाइयों ने घोर तपस्या की। इस पर प्रसन्न होकर ब्रह्मा, विष्णु व महेश ने दर्शन दिए। तीनों भाइयों ने इच्छानुसार वर मांगा।


इसके पूर्व प्रभु ने कुंभकर्ण की नियत को समझकर मां सरस्वती को कुंभकर्ण की मति घुमाने को कहा। इसके बाद कुंभकर्ण ने इंद्रासन की जगह निद्रासन मांग ली। इसे सुनकर रावण अत्यन्त दुःखी हुआ राजा मनु अपनी पत्नि सतरूपा के साथ जंगल में घोर तपस्या की। इस पर भगवान विष्णु प्रकट हुए और त्रेता युग में मनु और सतरूपा के घर जन्म देने का वर दिया। आदि शक्ति के रूप मे माता लक्ष्मी और शेषावतार लक्ष्मण होंगे। इस दौरान ब्यास डबल चंदन महाराज देव तालाब मध्य प्रदेश ने किया। उपस्थित रहे रामलीला कमेटी के अध्यक्ष विजय सिंह, रवि शंकर सिंह, कमलेश मिश्रा, ओंकारनाथ पांडेय, संतलाल, जय सिंह,आदि दर्शक भारी संख्या में मौजूद रहे।