…जूता हाथ में लेकर तहसील में जाना फरियादियों की मजबूरी

समाज जागरण
बलिया : बलिया जनपद में सिकंदरपुर को फूलों की नगरी के नाम से जाना जाता है। यह नगर पंचायत भी है और तहसील भी। फुलों की नगरी के तहसील मुख्यालय का आलम यह है कि यहां फरियादियों को जूता हाथ में लेकर आना पड़ रहा है।
जूता हाथ में लेकर आने का तात्पर्य दूसरा कुछ नहीं परिस्थिति ऐसी है। शुरुआती बारिश में तहसील मुख्यालय का मुख्य द्वार पूरी तरह जलमग्न है।
तहसील सभागार का मुख्य द्वार पहली ही बारिश में जलमग्न होने के कारण तहसील में आने जाने वाले फरियादियों कर्मचारियों को काफी सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उक्त मार्ग से आए दिन अधिकारियों का आना जाना लगा रहता है परंतु किसी भी अधिकारी का इस बाबत ध्यान आकर्षित नहीं होता। बारिश से आमजनमानस को परेशानी विगत कई वर्षों से हो रही है। परंतु आज तक किसी भी अधिकारी और राजनेता का इस जल निकासी के लिए कोई पहल देखने को नहीं मिला।