अर्जुन, सिटी, बाबू को संरक्षण
दर्जन भर घाटो से हो रहा अवैध उत्खनन, पुलिस और वन विभाग के प्रभारी संलिप्त
समाज जागरण
शहडोल जिले में इन दिनों रेत का अवैध कारोबार जमकर फल फूल रहा है, खनिज विभाग अवैध उत्खनन पर अंकुश लगाने में नाकामयाब साबित हुआ, तो पुलिस विभाग और वन विभाग भी रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन पर अंकुश लगाने में अक्षम साबित हुई है केसवाही क्षेत्र अवैध उत्खनन और परिवहन तेजी से चल रहा है, सूत्र बताते हैं कि क्षेत्र में खाकी वर्दी का खौफ पूरी तरह समाप्त हो गया है।
बाबू, सिति, अर्जुन और मिश्रा को संरक्षण
पुलिस एवं वन विभाग की मिली भगत से दिन-रात रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है पुलिस सोशल मीडिया समाचार पत्र और जमीनी हकीकत में एक मजाक बनकर रह गई है। पुलिस की निरंकुश्ता अपराधियों के मनोबल को ऊपर उठा रही है जिससे अपराध निरंकुश होते चले जा रहे हैं।
घाटो पर रेत माफिया सक्रिय माफिया
क्षेत्र में रेत माफियाओ की अचानक बाढ़ सी आ गयी दर्जनो ऐसे घाट है जिनसे अवैध रेत का उत्खनन कर नदी के सीने को कुछ पुलिसकर्मी की सहभागिता से छलनी किया जा रहाऔर चोरी की रेत कोक्षेत्र के जरूरतमंदो एवं ग्राम पंचायतो मे खपाया जा रहा प्राप्त जानकारी के अनुसार रात ड्यूटी मे तैनात कुछ पुलिसकर्मी के आशीर्वाद से आधी रात के दरम्यानी रेत माफियाओ से सांठगांठ के बाद अवैध रेत से लदे वाहनो के परिवहन को हरी झंडी दी जाती है सूत्र बताते हैं कि क्षेत्र में अर्जुन बाबू एवं सिटी के अलावा मिश्रा द्वारा रत का अवैध कारोबार किया जा रहा है