विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एस.एस.बी. वाहिनी द्वारा लोहागढ़ चर्च के मैदान में किया गया वृक्षारोपण का कार्यक्रम

दार्जिलिंग: समाज जागरण:
आज बुधवार विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर निरीक्षक सामान्य प्रोलोय रॉय जी के नेतृत्व में एस.एस.बी. समवाय 8वी वाहिनी खपरैल द्वारा लोहागढ़ चर्च मैदान में वृक्षारोपण का कार्यक्रम किया गया. इस कार्यक्रम के दौरान एस.एस.बी के कार्मिक के साथ साथ ,स्थानीय जनता, स्कूली बच्चे, वन विभाग एवं चाय बागन के कार्मिक उपस्थित थे ,इस दौरान कुल 300 पौधों का रोपण किया गया, एवं 100 पौधों को ग्रामीणों में वितरण किया गया .

इस अवसर पर पानिघाटा वन विभाग के रेंजर श्री समीरन राज ने बताया कि जिस तरह वर्तमान में पेड़ो कि कटाई हो रही है, उसके अनुरूप पौधों का रोपण नहीं किया जा रहा है जिसके कारण प्राकृतिक संतुलन बिगड़ता जा रहा है एवं प्रकृति में बहुत सी क्षति हो रही है जिससे बारिश का अनुपात कम होता जा रहा है जो कि भविष्य में होने वाले खतरों को दर्शाता है.

इसके अलावा इस अवसर पर उपस्थित खेरबानी वन विभाग रेंज के सहायक रेंजर श्री बलबीर सिंह ने बताया,कि एस.एस.बी के द्वारा हमें इस अवसर पर सम्मिलित किया गया इससे हमें बहुत ही खुसी हो रही है, एवं जिस प्रकार एस.एस.बी एक बॉर्डर फ़ोर्स का समूह होते हुये भी इनके द्वारा ग्रामीणों को पौधा रोपण हेतु जागृत किया जा रहा है वह काबिले तारीफ़ है एवं हम यह आस्वस्थ करते है कि भविष्य में इस महान कार्य हेतु कभी भी पौधों कि आवस्यकता होती है तो वन विभाग द्वारा निश्चित ही उपलब्ध कराया जाएगा .

इसके अलावा लोहागढ़ के बिट ऑफिसर श्री गणेश प्रधान द्वारा बताया गया कि, आगे भी हम इस प्रकार के वृक्षारोपण का कार्यकर्म करते रहेंगे जिसमे सभी का सहयोग आवश्यक है .

इस मौके पर उपस्थित श्री सुनील परमार ( मैनेजर लोहागढ़ चाय उद्योग) द्वारा बताया गया कि यह क्षेत्र चाय बागन का क्षेत्र है एवं बागानों में बड़े वृक्षों कि आवश्यकता मिटटी के कटाव को रोकने हेतु आवश्यक है, अगर निरन्तर ही ऐसे कार्यक्रम चलते रहे तो यह इस स्थान हेतु बहुत ही अच्छा होगा .

निरीक्षक सामान्य प्रोलोय द्वारा बताया गया कि आज के इस कार्यक्रम में स्कूल के बच्चो एवं ग्रामीणों को पौधे के रोपण एवं कटाई रोकने हेतु प्रेरित किया गया एवं साथ मिलकर पौधे लगाये गए एवं इसके अलावा सभी लगाया गए पौधों को प्लास्टिक एवं बांस के माध्यम से घेराव किया गया, जिससे वन्य जानवरों से उसे बचाया जा सके .महोदय द्वारा बताया गया कि आगे भी इस प्रकार के वृक्षा रोपण का कार्यक्रम निरंतर किया जायेगा एवं पौधों को बचाने हेतु उपयुक्त प्रयास किये जाते रहेंगे .