एसएसबी द्वारा बलचंदा में आयोजित निःशुल्क मानव चिकित्सा शिविर, 84 मरीजों का ईलाज

अररिया, 13 दिसंबर 2024: महेंद्र प्रताप कमांडेंट, 52वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), अररिया के निर्देशन में शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024 को बाहरी सीमा चौकी भलुआ के कार्य क्षेत्र में स्थित गांव बलचंदा में नागरिक कल्याण कार्यक्रम के तहत निःशुल्क मानव चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर एसएसबी की ओर से सीमावर्ती क्षेत्रों में ग्रामीणों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने और उनकी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।

शिविर का उद्घाटन सशस्त्र सीमा बल के महेंद्र प्रताप कमांडेंट की अध्यक्षता में हुआ, जिसमें डॉ. मनोज जाट, सहायक कमांडेंट (चिकित्सा), 52वीं वाहिनी ने चिकित्सकीय सेवाएं प्रदान की। शिविर में स्थानीय नागरिकों के स्वास्थ्य की जांच की गई और उन्हें नि:शुल्क दवाइयां वितरित की गई। इस शिविर में 40 पुरुष, 27 महिलाएं, और 17 बच्चे सहित कुल 84 मरीजों का इलाज किया गया।

डॉ. मनोज जाट ने अपने संबोधन में, खानपान से संबंधित स्वास्थ्य टिप्स प्रदान किए और ग्रामीणों को श्री अन्न के फायदे, सही आहार लेने, स्वच्छता बनाए रखने और नशे से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया। उन्होंने विशेष रूप से ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के महत्व को बताते हुए महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया।

इस शिविर में स्थानीय ग्रामीणों को फल और सब्जियों के उत्पादन के लिए भी प्रेरित किया गया, ताकि जवानों को ताजे फल और सब्जियां मिल सकें और उनकी सेहत बेहतर हो। इसके अलावा, उन्होंने किसानों को खेती में इस्तेमाल होने वाली पोषक तत्वों से भरपूर ताजे फल और सब्जियों के उत्पादन के महत्व को बताया और ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर उनकी खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया।

ग्रामीणों ने इस शिविर की सराहना की, और बताया कि इस प्रकार के आयोजन उनके लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, क्योंकि उन्हें न केवल मुफ्त चिकित्सा सेवाएं मिलती हैं, बल्कि उन्हें स्वास्थ्य और जीवनशैली से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां भी मिलती हैं।

एसएसबी की ओर से सीमावर्ती गांवों में समय-समय पर इस प्रकार के कल्याणकारी कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जो ग्रामीणों को न केवल स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें सामाजिक, शारीरिक और मानसिक रूप से जागरूक भी करते हैं। इन आयोजनों से एसएसबी और स्थानीय ग्रामीणों के बीच एक मजबूत संबंध भी बनता है।

इस आयोजन में उप निरीक्षक बजीर सैन और आरक्षी वरुण सिंह सहित अन्य जवान भी मौजूद थे।