विभिन्न प्रतिभाओ के धनी सहित्यभूषण बाबू राममोहन बीकॉम की १०८ वी जयंती मनाई गई।

दैनिक समाज जागरण
आशुतोष भारद्वाज

चंदौसी। श्रीराम मोहन सेवा आश्रम (रजि.) के तत्वाधान में नगर के प्रथम स्नातक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, इतिहासकार, साहित्यकार, पत्रकार एवं आर्य समाजी नेता साहित्यभूषण बाबू राममोहन बीकॉम की १०८वी जयंती बैंक रोड स्थित आर्य समाज मे वैदिक विधि-विधान से मनाई गई ।सर्वप्रथम पुरोहित अशोक शर्मा ने विश्वशांति एवम उनकी याद में यज्ञ हवन किया।तदुपरांत विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।जिसमें मुख्य अतिथि जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग की सदस्य नमिता दुबे ने बाबू राममोहन के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित करके श्रद्धान्जलि दी तथा उन्होंने कहा बाबू राममोहन बीकॉम विभिन्न उपलब्धियां के साथ राष्ट्र एवं समाज को समर्पित रहे ।उनकी शिक्षा एवम सेवा कार्य आज भी हम सभी याद कर रहे हैं,ऐसे महापुरुष के आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है।सौभाग्यशाली है उनके सुपुत्र और सुपौत्र जो हर जन्म दिवस पर उनको याद करते है।

श्रीराम मोहन सेवा आश्रम के अध्यक्ष डॉ तुमुल विजय शास्त्री ने बताया बाबूजी का जन्म 26 जून 1915 को चंदौसी के महाजन मोहल्ला स्थित नीम के तले लक्ष्मण दास के घर मे हुआ। वह राष्ट्र एवम शिक्षा प्रति हमेशा जागरूक एवम लगनशील रहे। जब चंदौसी में स्नातक की सुविधा नहीं थी तब कानपुर विश्वविद्यालय से 1941 में उन्होंने बीकॉम की परीक्षा पास की।उन्होंने आजादी के बाद कांग्रेस छोड़कर जनसंघ की सदस्यता ली।सामाजिक कार्यकर्ता डॉ टीएस पाल ने कहा बाबू राममोहन बीकॉम खादी प्रेमी थे उन्होंने खादी कपड़ों के साथ जूते एवम बेल्ट भी कपड़े के ही उपयोग किये।स्वतंत्रता आंदोलन में 1930 में भाग लिया। इसके लिए इनको 1 वर्ष का कठोर कारावास हुआ ।इनको मुरादाबाद कारागार में रखा गया।आर्य समाज से हमेशा जुड़े रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वयोवृद्ध कमलेश गांधी ने तथा संचालन डॉ जयशंकर दुबे ने किया।इस दौरान पर्यावरणविद कृष्ण कुमार,विश्व विजय एडवोकेट,डॉ योगेंद्र मोहन शास्त्री,योगेंद्र कुमार शर्मा,हरीश कठैरिया,त्रिमोहन सिंह,क्षेम प्रकाश,विकास मिश्रा,चुनमुन गुप्ता,कृष्णगोपाल गुप्ता,चंद्रप्रकाश,महेश चंद्र शर्मा,सुभाषचंद्र भोलेनाथ,बृज नंदन शर्मा,शशि प्रभा,आरती,बीना देवी आदि उपस्थित रहे।