समाज जागरण पटना जिला संवाददाता:- वेद प्रकाश
पटना/ जिले के पालीगंज बाजार स्थित आर्य समाज मंदिर में बुधवार को आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती की 201 वीं जयंती सह संत रविदास जयंती समारोह मनाया गया।
जानकारी के अनुसार आयोजित समारोह का उद्घाटन आर्य समाज के पालीगंज अध्यक्ष सतीश चंद्रा, सचिव डॉ. ज्ञान प्रकाश गुप्ता व पालीगंज नगर पंचायत के उपाध्यक्ष रजनी देवी व भाजपा नेता रविंद्र रंजन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। उसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने स्वामी दयानंद सरस्वती तथा संत रविदास की तस्वीर पर पुष्प माला अर्पित किया। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता शतीश चंद्रा, संचालन डॉ ज्ञान प्रकाश ने किया। वही कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पालीगंज के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. श्यामनन्दन शर्मा ने बताया कि दोनो महापुरुषों ने समाज सुधार कार्य को प्रगति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया है। संत रविदास ने सच्चे भक्ति का मार्ग प्रशस्त करते हुए साबित किया था कि मन सच्चा तो कठौती में गंगा। वही दूसरी ओर स्वामी दयानंद सरस्वती ने पिता की आज्ञा का अवहेलना करते हुए पूर्ति पूजा का विरोध कर लोगो को बताया था कि जो भगवान की प्रतिमा खुद तथा खुद की सामानों की हिफाजत नही कर सकती वो किसी अन्य की हिफाजत क्या करेगी। वही डाँ. शतीश चंद्रा ने बताया कि स्वामी दयानंद सरस्वती ने सत्यार्थ प्रकाश नामक ग्रन्थ की रचना कर लोगो को आडम्बरो के प्रति जागरूक करने का काम किया था। जबकि डॉ. ज्ञान प्रकाश गुप्ता ने बताया कि बचपन का मूल शंकर ने ज्ञान की प्राप्ति होने के बाद ही स्वामी की उपाधि प्राप्त किया था। उन्होंने आजीवन लोगो को अंधकार से प्रकाश में आने का मार्ग प्रशस्त किया था। आज वैसे महापुरुषों को भुलाया नही जा सकता।
मौके पर राजकिशोर सिंह, महेंद्र पासवान, डॉ श्यामनन्दन शर्मा, चन्द्रसेन कुमार, रविंद्र रंजन शर्मा, रजनी देवी, रामप्रवेश यादव, दुर्गेश नारायण, राजेन्द्र प्रसाद, गुरुजी, मोहन चौधरी, संदीप गुप्ता, जितेंद्र पासवान सहित अन्य लोग मौजूद थे।