डीएम ने की पीएम विश्वकर्मा योजना के कार्यों की समीक्षा, अब तक कुल 8213 अभ्यर्थी चयनित
आई एम खान/दैनिक समाज जागरण ब्यूरो
बदायूँ। जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने कलेक्ट्रेट स्थित सभा कक्ष में पीएम विश्वकर्मा योजना के कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिक से अधिक परंपरागत कारीगरों को योजना का लाभ देने के लिए कहा। बुधवार को डीएम की अध्यक्षता वाली समिति ने प्राप्त आवेदन पत्रों में से 166 अभ्यर्थियों का चयन किया। अब तक कुल 8213 अभ्यर्थी का चयन किया जा चुका है। जिलाधिकारी में कहा कि अगली समीक्षा बैठक में सभी सरकारी व गैर सरकारी ट्रेनिंग पार्टनर्स को भी बुलाया जाए साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए की जिन अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण हो चुका है, उन्हें टूलकिट आवश्यक रूप से उपलब्ध कराई जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसमें परंपरागत कारीगरों को प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाता है। उन्होंने अधिक से अधिक परंपरागत कारीगरों को योजना का लाभ देने के लिए कहा।
जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति ने बुधवार को हुई बैठक में 166 आवेदकों का चयन किया, जिसमें से 35 दर्जी, 42 राजमिस्त्री व 89 अन्य ट्रेड के अभ्यर्थी हैं। इनमें से 143 अभ्यर्थी ब्लॉक स्तर व 23 अभ्यर्थी नगर स्तर के हैं। अब तक 8213 अभ्यर्थियों का चयन किया जा चुका है। इनमें से 4930 दर्जी ट्रेड,1229 राजमिस्त्री ट्रेड व 2054 अन्य ट्रेड के अभ्यर्थी हैं। उन्होंने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की गुणत्ता, पैमाने और पहुंच में सुधार करना है। इस योजना के जरिए बुनकरों, सुनारों, लोहारों, कुम्हार, दर्जी, मूर्तिकार, कपड़े धोने वाले श्रमिकों का आर्थिक सशक्तिकरण किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, उपायुक्त उद्योग सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।