पत्रावलियां सीज
दैनिक समाज जागरण
विश्व नाथ त्रिपाठी
प्रतापगढ़। जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी द्वारा नगर पालिका परिषद बेल्हा कार्यालय के औचक निरीक्षण से अधिकारी व कर्मचारियों में अफरा तफरी का माहौल देखा गया। डीएम ने कार्यालय के विभिन्न पटलों के कार्यो, पत्रावलियों, उपस्थिति रजिस्टर, डिस्पैच रजिस्टर, डाक रजिस्टर, शिकायती रजिस्टर, वरासत के प्रार्थना पत्रों की पत्रावलियों, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र रजिस्टर, कैशबुक, विभिन्न योजनाओं के भुगतान सम्बन्धी पत्रावलियों, निर्माण कार्यो से सम्बन्धित पत्रावलियों आदि का गहनता से निरीक्षण किया। उपस्थिति रजिस्टर के अवलोकन में पाया गया कि ईओ नगर पालिका द्वारा उपस्थिति पंजिका को सीन नही किया गया है और 6 कर्मचारी महेश चन्द्र तिवारी, अजीत कुमार सरोज, भूपेन्द्र कुमार सिंह, ओम प्रकाश शुक्ल, शशांक श्रीवास्तव व संतोष कुमार शर्मा अनुपस्थित पाये गये जिस पर डीएम ने अनुपस्थित कर्मचारियों को तत्काल नोटिस देने का निर्देश दिये। शिकायती रजिस्टर के अवलोकन में पाया गया कि शिकायती प्रार्थना पत्र को रजिस्टर में कई माह से अंकन नही किया गया था और न ही ईओ नगर पालिका द्वारा समय-समय पर अवलोकन भी नहीं किया गया था जिस पर डीएम ने ईओ नगर पालिका को कड़ी फटकार लगायी और उनके कार्यो के प्रति अप्रसन्नता व्यक्त की। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के रजिस्टर पर अंकन हेतु प्राप्त प्रार्थना पत्र की तिथि एवं जारी करने की तिथि का सही कॉलम न बनाये जाने पर ईओ द्वारा घोर लापरवाही बरती गयी। सीआरएस पोर्टल को भी मौके पर चेक किया गया तो पाया गया कि कितने आवेदन पत्र प्राप्त हुये और कितने निस्तारण हुये है इसका न तो रजिस्टर में अंकन था और न ही पोर्टल पर कोई सूचना थी जिस पर डीएम ने निर्देशित किया कि मुख्यालय स्तर प्रमुख सचिव नगर विकास, पंचायती राज, चिकित्सा को पत्र भेजा जाये जिससे बैठक कराकर सीआरएस पोर्टल पर कमियों को दूर कराया जा सके। वरासत से सम्बन्धित पत्रावलियों को पटल सहायक अनिल शुक्ला से मंगाकर एक-एक प्रार्थना पत्रों को गहनता से देखा गया जिसमें पाया गया वर्ष 2020 से वरासत के कई प्रार्थना पत्र लम्बित पाये गये और कई प्रार्थना पत्र ऐसे थे जिनमें जिस दिन प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ उसी दिन नोटिस जारी की गयी एवं कई वर्ष पुराने प्रकरणों पर नोटिस भी जारी नही हुई। कुछ पत्रावलियॉ ऐसी पायी गयी जिनमें अध्यक्ष का अनुमोदन नही था जिससे प्रतीत हुआ कि इसमें घोर लापरवाही बरती गयी है। वरासत के सम्बन्ध में कोई भी रजिस्टर नही बना था, इसमें भ्रष्टाचार पाया गया और शासकीय कार्यो में अधिकारी व पटल सहायक की संलिप्तता पायी गयी जिनकी एजेन्सियों के माध्यम से जांच कराने का निर्देश दिया गया और तत्काल पत्रावलियों को सीज करने का निर्देश मजिस्ट्रेट को दिया गया। वेतन पंजिका रजिस्टर में पाया गया कि 14.05.2025 तक कर्मचारियों के वेतन निकालने की कार्यवाही नही गयी है, विभिन्न रजिस्टरों में पाया गया कि सम्बन्धित अधिकारी व अध्यक्ष द्वारा अवलोकन नही किया गया है। कार्यालय के आलमारियों को खुलवाकर विभिन्न पत्रावलियों को देखा गया जिसमें पुराने रिकार्ड भरे हुये पाये गये, पुराने रिकार्डो का कोई लेखा-जोखा भी नही है और उसका अनुपालन भी नहीं किया गया है, और वर्तमान अध्यक्ष के समक्ष कोई भी पत्रावलियॉ प्रस्तुत नहीं की गयी। पत्रावलियों को सुसज्जित तरीके से रखने के निर्देश दिये गये। निर्माण कार्यो की पत्रावलियों को देखा गया जिसमें भुगतान लम्बित पाये गये। कोर्ट केस की पत्रावलियों को देखा गया। इस दौरान मौके पर उपस्थित शिकायतकर्ताओं ने शिकायत किया कि जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र, साफ-सफाई, वरासत आदि के कार्य प्रार्थना पत्र देने के बावजूद भी कार्य नहीं किया जा रहा है जिस पर जिलाधिकारी ने ईओ नगर पालिका को निर्देशित किया कि वर्षा के दौरान किसी के घरों में पानी न भरे अन्यथा की स्थिति में कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।