अमृत काल का पहला बजट 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को समर्पित है यह बजट – राजकिशोर सिंह यादव

ये बजट तात्कालिक राजनीतिक लाभ के लिए नहीं बल्कि नए भारत में विकास और विरासत को ध्यान में रखकर एक संतुलित, विकासोन्मुखी, सुधारात्मक और सर्व समावेशी बजट है

नरपतगंज ।

लोकसभा में मंगलवार को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश हो गया है। इस बजट में युवा, महिला, गरीब और किसान सभी वर्गों को लिए कई बड़े ऐलान किए गए है। बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नरपतगंज क्षेत्रिय दौरा कर रहे एन डी ए के कद्दावर नेता राजकिशोर सिंह यादव ने कहा कि अमृत काल का पहला बजट 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को समर्पित यह बजट है । उन्होंने कहा कि बजट में बिहार के लिए 26 हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा गयी है। गया में औद्योगिक विकास, काशी की तर्ज पर महाबोधि और विष्णुपद मंदिर कॉरिडोर, राजगीर और नालंदा का विकास, पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे, बक्सर भागलपुर राजमार्ग और गंगा नदी पर 2 पुलों के निर्माण और भी बहुत कुछ। उन्होंने कहा कि
बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, टूरिज्म डेवलपमेंट, मिथिलांचल में कोसी की विभीषिका से बचाव के उपाय, सिंचाई की सुविधा, पटना, पूर्णिया, भागलपुर, बक्सर, दरभंगा तथा नालंदा एक्सप्रेस वे और इंडस्ट्रियल क्लस्टर बनाए जाने का लाभ मिथिला को तो मिलेगा। अतः संक्षेप में, ये बजट तात्कालिक राजनीतिक लाभ के लिए नहीं बल्कि नए भारत में विकास और विरासत को ध्यान में रखकर एक संतुलित, विकासोन्मुखी, सुधारात्मक और सर्व समावेशी बजट है। कुल मिलाकर माननीय मोदी सरकार की बजट काफी शानदार है।