संकुल संघ में आंतरिक सामुदायिक ऑडिटर की भूमिका महत्वपूर्ण विमल कुमार सिंह

संकुल संघ के आंतरिक सामुदायिक ऑडिटर का सात दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण सम्पन्न
समाज जागरण अनिल कुमार
हरहुआ वाराणसी। संकुल संघ में आंतरिक सामुदायिक ऑडिटर की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है। किसी भी संस्था के अभिलेखों का समय-समय ऑडिट होना बहुत ही जरूरी होता है ऑडिट से होने वाली मानवीय गलतियों को सुधारने का मौका मिलता है उक्त बातें उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत जिला ग्राम्य विकास संस्थान परमानंदपुर में चल रहे आंतरिक सामुदायिक ऑडिटर दीदियों के सात दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण सत्र के समापन अवसर पर प्रतिभागी दीदियों को संबोधित करते हुए जिला प्रशिक्षण अधिकारी विमल कुमार सिंह ने कही।
प्रशिक्षण सत्र के सात दिवसों में प्रशिक्षक स्टेट रिसोर्स पर्सन मोरिस कुमार और डीआरपी आर.पी. सिंह द्वारा प्रतिभागी दीदियों को प्रथम 3 दिन संकुल संघ के बुक्स ऑफ रिकार्ड की जानकारी दी गई और शेष 4 दिनों में ऑडिटर के गुण, आडिट क्यों, आडिट के अवयव, आडिट से होने वाले सुधार, भौतिक, वित्तीय और प्रबंधकीय आडिट करने का तरीका और इसी के साथ आडिट रिपोर्ट बनाने का तरीका बताया गया तथा प्रतिदिन होमवर्क देकर प्रशिक्षण कक्ष में ग्रुपवार दीदियों से उसका अभ्यास कराया गया।
प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागी दीदियों का पूर्व मूल्यांकन और प्रशिक्षण पश्चात मूल्यांकन तथा सत्र के अंत में ऑडिटर दीदियों की लिखित परीक्षा ली गई जिसमें सभी दीदियां उत्तीर्ण हुई।
सात दिवसीय प्रशिक्षण सत्र के दौरान समय-समय पर उपायुक्त स्वतः रोजगार, वाराणसी पवन कुमार सिंह एवं जिला मिशन प्रबंधक श्रवण कुमार सिंह द्वारा चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम का अवलोकन कर प्रतिभागी दीदियों को मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
प्रशिक्षण सत्र के समापन अवसर पर सभी प्रतिभागी दीदियों को जिला प्रशिक्षण अधिकारी द्वारा प्रमाण-पत्र व ग्रुप फोटो वितरित किया गया।
इस अवसर पर सत्र प्रभारी संजय कुमार, सुरेश तिवारी, सावित्री देवी, सीता देवी, सरस्वती देवी, माधुरी देवी, नीरज शर्मा, अनिता देवी, शीला देवी, ममता पटेल, सरोज कुमारी, अन्नू सिंह, संगीता मिश्रा, रंजू, विजय लक्ष्मी, सरस्वती देवी, मनीषा, सावित्री पटेल, रंजना सिंह, नीलम पटेल, उर्मिला कुशवाहा, मीरा देवी आदि सहित प्रयागराज, मिर्जापुर, प्रतापगढ़ एवं वाराणसी जनपद से चयनित 25 आंतरिक सामुदायिक ऑडिटर दीदियां उपस्थिति रही।