सड़क हादसे में हुई तीन लोगों की मौत

समाज जागरण पटना जिला संवाददाता:- वेद प्रकाश

पटना/ बिहार के नालंदा जिले में बुधवार सुबह एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा जिले के इस्लामपुर थाना क्षेत्र के मुरगाम रोड पर हुआ, जब एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो सामने से आ रही कार से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और मौके पर अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्कॉर्पियो तेज गति में थी और अचानक सामने से आ रही कार से उसकी टक्कर हो गई। दोनों वाहनों के बीच इतनी जोरदार भिड़ंत हुई कि कार में सवार तीन लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि अन्य चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। डॉक्टरों ने बताया कि कुछ घायलों को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया जा सकता है। मृतकों की पहचान अभी नहीं हो सकी है, लेकिन पुलिस ने उनके परिजनों को सूचित कर दिया है।
इसी बीच, नालंदा जिले में ही एक और दर्दनाक सड़क दुर्घटना घटी। जिले के सारे थाना क्षेत्र के अलीनगर गांव के पास एक व्यक्ति सड़क पार कर रहा था, तभी एक अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी। यह हादसा इतना भयानक था कि व्यक्ति ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान पीडीएस दुकानदार के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों ने इस घटना पर आक्रोश व्यक्त किया और प्रशासन से सड़क पर वाहनों की तेज रफ्तार पर नियंत्रण लगाने की मांग की। इन दोनों हादसों की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को जब्त कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि प्रथम दृष्टया हादसे का मुख्य कारण तेज गति और लापरवाही से वाहन चलाना हो सकता है।बिहार में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे लोगों की जान जा रही है। तेज गति, लापरवाही से वाहन चलाना और सड़क सुरक्षा नियमों का पालन न करना ऐसी दुर्घटनाओं का मुख्य कारण बन रहे हैं। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सरकार और प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। नालंदा में हुए इन दर्दनाक हादसों ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि समय रहते प्रशासन ने कड़े कदम नहीं उठाए, तो ऐसे हादसे लगातार होते रहेंगे और अनगिनत परिवारों को अपनों को खोने का दर्द झेलना पड़ेगा।

Leave a Reply