मंडल की भूमि से हो रहा रेत का परिवहन

चचाई । अनूपपुर जिले के अंतर्गत चचाई आबाद रेत खदान से रेत खनन की स्वीकृति खनिज विभाग अनूपपुर द्वारा एसोसिएटेड ऑनर्स नामक कंपनी को प्रदाय की गई है। बताया जाता है कि कंपनी के द्वारा रेत का खनन चचाई आबाद जो की सोन नदी में है, वहां से खनन करते हुए मंडल की भूमि से परिवहन किया जा रहा है पावर प्लांट मंडल प्रशासन चचाई द्वारा अपनी भूमि को सुरक्षित नहीं किया जा रहा है और ऐसा लगता है कि कंपनी ने अपनी भूमि को अघोषित रूप से रेत माफियाओं को सौंप दी है। प्रतिदिन सैकड़ो भारी वाहन मंडल की भूमि से रेत का परिवहन कर रहे हैं लेकिन मंडल प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की रोक नहीं लगाई जा रही है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ यही मंडल की भूमि पर कब्जा किया गया है बल्कि अनेकों स्थान ऐसे हैं जहां की मंडल की भूमि पर कब्जा हो चुका है लेकिन च्चाई आबाद के पास से व्यापारिक दृष्टिकोण से मंडल की भूमिका उपयोग किया जा रहा है। मंडल की भूमि से परिवहन करते हुए कंपनी प्रत्येक महीने लाखों करोड़ों रुपए आय अर्जित कर रही है लेकिन मंडल प्रशासन को अपनी भूमि सुरक्षित करने में समय नहीं मिल पा रहा है।
पूर्व मुख्य अभियंता के समय हुआ था कब्जा
सूत्र बताते हैं कि मंडल की इस भूमि पर पूर्व मुख्य अभियंता न राम के कार्यकाल में इस भूमि पर कब्जा हुआ था और उस समय भी मंडल की भूमि से ही रेत का परिवहन किया जा रहा था और वर्तमान में भी ऐसा हो रहा है। ऐसा भी नहीं है कि वर्तमान में पदस्थ मुख्य अभियंता श्री पटेल को इस बात की जानकारी नहीं है बल्कि उन्हें भली भांति जानकारी है कि मंडल की भूमि से चढ़ाई डबल डी कॉलोनी के बगल से रेत से भरी भारी वाहन आवागमन कर रहे हैं। अब देखना यह है कि वर्तमान में चचाई पावर प्लांट में पदस्थ मुख्य अभियंता मंडल की भूमि को सुरक्षित करने के लिए किस प्रकार का ठोस कदम उठाते हैं।