सात दिवस के अंदर कार्यवाही न होने पर ग्राम पंचायत में ताला जड़कर अनशन में बैठने की दिया अल्टीमेटम
जैतहरी। अनूपपुर जिले के जैतहरी ब्लाक अंतर्गत मुंडा ग्राम पंचायत के लोगों ने सचिव निधि सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जहां ग्रामीणों ने लिखित शिकायत पत्र लेकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनूपपुर में निधि सिंह के द्वारा किए जा रहे कार्यों की शिकायत दर्ज कराई एवं शिकायत के साथी अल्टीमेटम देते हुए बताया कि यदि सात दिवस के अंदर निधि सिंह के कार्य की जांच नहीं की जाती है तो ग्राम पंचायत भवन में हम समस्त जनप्रतिनिधि एवं पंचायत के निवासी ताला जड़कर सामूहिक रूप से अनशन में बैठ जाएंगे।
शिकायत पत्र में यह है दर्ज
ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार के मामले तो आते रहते हैं, लेकिन अब ग्राम पंचायत के वरिष्ठ नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लाम बंद होकर मोर्चा खोल दिया है। यह पहला मामला होगा जहां ग्राम पंचायत के सभी नागरिक एवं जनप्रतिनिधि ग्राम पंचायत के सचिव निधि सिंह के विरुद्ध लाम बंद हो गए हैं, और मुख्य कार्यपालन अधिकारी के समक्ष शिकायत पत्र सौंपा है। शिकायत पत्र में जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने बताया है कि सचिव निधि सिंह के द्वारा ग्राम पंचायत में प्रायह अनुपस्थित रहते हैं ऐसे विभिन्न कार्य हैं जिसमें ग्राम पंचायत के सचिव की आवश्यकता अनिवार्य रूप से होती है। संबल योजना की पात्रता, समग्र आईडी में नाम सुधार करने के लिए एवं कई ऐसे आवेदन है जो ग्राम पंचायत सचिव को दिया जाना रहता है किंतु उनकी अनुपस्थिति के कारण ग्राम पंचायत का कोई भी कार्य नहीं हो पा रहा है।
इन मामलों में बिंदुवार हुई शिकायत
शिकायत में यह उल्लेख किया गया है कि ग्राम पंचायत सचिव निधि सिंह के द्वारा ग्राम पंचायत के किसी भी कार्य में रुचि नहीं ली जा रही है। कई वर्षों से पदस्थ रहने के कारण ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है, ग्राम पंचायत में होने वाली मासिक बैठक भी ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा नहीं की जा रही है।
ग्राम पंचायत की महत्वपूर्ण ग्राम सभा को भी ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा दरकिनार किया जा रहा है शासन द्वारा हाल ही में जनसुनवाई के कार्यक्रम पर भी रुचि नहीं ली जा रही है।
शिकायत में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा निर्माण कार्य पंचायत भवन में सामग्री एवं मजदूरी के कार्य जनप्रतिनिधियों के द्वारा कराए गए थे। इंजीनियर मूल्यांकन के उपरांत भी ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा है जिससे ग्राम पंचायत जनप्रतिनिधि के ऊपर ठेकेदारों का एवं सप्लायरों का अत्यधिक दबाव बना हुआ है और आए दिन बाद विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है।
उपरोक्त बातों से क्षुब्ध होकर ग्राम पंचायत के सभी जनप्रतिनिधि एवं नागरिकों ने ग्राम पंचायत सचिव निधि सिंह के विरोध में मोर्चा खोल दिया है।
जनप्रतिनिधियों ने बताई अपनी आप बीती
ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने बताया कि ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा मोबीलाइजर एवं रोजगार सहायकों के साथ आए दिन वाद विवाद की स्थिति निर्मित करती रहती है महिला होने का लाभ उठाते हुए रोजगार सहायक एवं मोबीलाइजर को आए दिन प्रताड़ित करती रहती है। जनप्रतिनिधि यदि कोई बात रखते हैं, तो महिला होने का लाभ उठाकर जन्म प्रतिनिधियों से भी बदतमीजी करने से नहीं चुकती है और ऐसे कई बातें हैं जो जांच का विषय है।