नवीनगर में भक्ति भाव से की गई अनंत पूजा और मनाई गई विश्वकर्मा जयंती

दैनिक समाज जागरण अनील कुमार संवाददाता नबीनगर (औरंगाबाद)
नबीनगर (बिहार)18 सितंबर 2024 मंगलवार को नवीनगर प्रखंड क्षेत्र में पुरे भक्ति-भाव के साथ भगवान अनंत की पूजा की गई और भगवान विश्वकर्मा की जयंती भी विश्वकर्मा पूजा कर पूरे विधि विधान से मनाई गई। अनंत चतुर्दशी के अवसर पर श्रद्धालुओं ने श्रद्धा पूर्वक भगवान अनंत की कथा का श्रवण अपने-अपने घरों, मंदिरों और अन्य स्थानों पर किया। पूजा के उपरांत श्रद्धालुओं पुरोहितों को दान भी किया। इस दौरान क्षेत्र का माहौल भक्तिमय हो गया। वहीं अनंत पूजा के अवसर पर घरों में पुरी, पुवा, खीर आदि अन्य तरह तरह के व्यंजन बनाए गए और भगवान अनंत को अर्पित की गई।पुरोहितो ने कुश से निर्मित भगवान अनंत की स्थापना की और कुमकुम, चौदह गाठों वाला अनंत सूत्र रखकर वंदना करते हुए भगवान विष्णु का आह्वान किया। इसके बाद अनंत देव का ध्यान करते हुए अनंत को अपनी दाहिनी हाथ में बांधा। इस संबंध में पण्डित अरुण वैध ने बताया कि अनंत पूजा अत्यंत फलदायी है, पुत्र, धन, सुख की कामना को लेकर यह पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में अनंत चतुर्दशी व्रत का बहुत अधिक महत्व है। यह व्रत हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को किया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और पूजा के बाद अनंत सूत्र बांधने का भी विधान है। इस व्रत को करने से लोगों को अनंत सुख की प्राप्ति होती है और पापों के नाश के साथ मोक्ष का मार्ग भी प्रशस्त करता है। अनंत चतुर्दशी का व्रत करने से घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है और परिवार में खुशहाली का वातावरण बनता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, पांडवों ने भी इस व्रत को करके अपने खोए हुए राज्य को वापस पाया था। अनंत चतुर्दशी के दिन अनंत सूत्र बांधना बहुत महत्वपूर्ण होता है।इस दिन महिलाएं सौभाग्य की रक्षा और सुख-ऐश्वर्य प्राप्ति के लिए व्रत रखती हैं। वही पूरे नबीनगर क्षेत्र मे मंगलवार को विश्वकर्मा पूजा बड़े धूम धाम से मनाया गया।ऐसी मान्यता है कि भगवान विश्वकर्मा श्रृष्टि के प्रथम शिल्पी और वास्तुकार थे ईस दिन निर्माण कार्य और मशीनरी से जुड़े कारीगर एवम दुकानदार अपने प्रतिष्ठानों मे पूजा करते है साथी ही इस दिन कल कारखानों मे भी पूजा की जाती है।वहीं अनंत पूजा और विश्वकर्मा पूजा को लेकर बाजारों मे चहल पहल रही।

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