पाली नगर के दक्षिण में जोहिला नदी में आवागमन के लिए गोरईया ( पाली प्रोजेक्ट कालोनी ) से पोंडी ग्राम के बीच पुराना रपटा पुल जो बरसात और संजय गाँधी थर्मल पावर प्लांट के लिए बनाये गए बांध के बने बीरसिंहपुर 20 मेगावाट के हाइडल( जल विद्युत् ) पावर स्टेशन से बिजली उत्पादन के समय छोड़े गए भारी मात्रा में पानी से रपटा पुल जल मग्न हो डूब जाता रहा जिसके कारण आस पास के गावों के चंगेरा, बंधवाटोला, इसनपुरा, बटोधा हर्रई आदि सैकड़ो गाँवो के लोग रोजाना पाली रोजी रोजगार कार्य के साथ पाली की स्कूलों में पढ़ने वाले बेटा बेटियां आने जाने में भारी परेशानी उठानी पड़ती है ,के साथ ही शाहपुर, डिंडोरी, शहपुरा, जबलपुर जाने वालों को वाया नौरोजाबाद 10 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड रहा हैँ.
पुल निर्माण का कार्य वर्षो से अधूरा है बीच का एक प्रीकास्ट स्लैब नहीं पूरा हुआ, ठेकेदार निर्माण कम्पनी अभी गहरी निद्रा में काम ठप्प .. जिम्मेदार राजनेता चुप आम जनता परेशान .
बांधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र की विधायक सुश्री मीना सिंह एवं छादा के निवासी बांधवगढ़ विधानसभा के विधायक शिवनारायण सिंह दोनों विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों को जोहिला नदी के पुल के बनने से पूरा लाभ मिल सकता है, परंतु जैसी मंथर से काम चला, उनके द्वारा कोई भी पूरा करने की प्रभावी पहल अब तक धरातल में नहीं दिखलाई पड़ रही है इसी कारण इस पुल का निर्माण कछुआई चाल से वर्षो से चल रहा है.
मुख्यमंत्री महोदय डा. मोहन यादव से पाली नगर एवं क्षेत्र की जनता की पुरजोर मांग है की इस अधूरे पुल को जल्द पूरा कराने के निर्देश जिम्मेदार विभाग, निर्माण एजेंसी तथा जिला प्रशासन को प्रदान करें .