कौन हैं हिमाचल की राजनीति में भूचाल लाने वाले विक्रमादित्य सिंह? 7 साल छोटी राजकुमारी से शादी, डेढ़ साल में क्यों टूटा रिश्ता?

हिमाचल प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया है. राज्य की कांग्रेस सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. पार्टी के कई विधायकों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए बगावत कर दी है. इस बगावत के केंद्र में पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह हैं, जिन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. विक्रमादित्य सिंह ने रोते हुए अपनी सरकार पर कई आरोप लगाए और कहा कि जनता के मुद्दों की अनदेखी की जा रही है. उनके पिता वीरभद्र सिंह के नाम पर चुनाव लड़ा गया, अखबारों में विज्ञापन दिया गया. जीतने के बाद जनता के मुद्दे हाशिये पर धकेल दिये गए.

कौन हैं विक्रमादित्य सिंह?
विक्रमादित्य सिंह हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे हैं. उनकी मां प्रतिभा सिंह, मंडी लोकसभा सीट से सांसद हैं. 17 अक्टूबर 1989 को जन्में विक्रमादित्य सिंह की शुरुआती पढ़ाई लिखाई बिशप कॉटन स्कूल हुई. इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफन्स कॉलेज से ग्रेजुएशन किया. यहीं से हिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुशन की.

पर्वतारोहण, साइकिलिंग और वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी के शौकीन विक्रमादित्य 2013 से 2018 तक हिमाचल प्रदेश यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे. राइफल शूटिंग के शौकीन विक्रमादित्य ने शिमला ग्रामीण सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीतने के बाद सुक्खू कैबिनेट में जगह बनाई थी.

शाही तरीके से राजकुमारी से शादी
हिमाचल प्रदेश के बुशहर राजघराने से ताल्लुक रखने वाले विक्रमादित्य सिंह की निजी जिंदगी भी बहुत दिलचस्प रही है. मार्च 2019 में विक्रमादित्य की शादी राजस्थान के अमेट राजघराने से ताल्लुक रखने वालीं राजकुमारी सुदर्शना चुंडावत के साथ हुई, जो उनसे 7 साल छोटी हैं. उदयपुर के कनोता गढ़ पैलेस में हुई यह शादी, तब खासी चर्चा का विषय बनी थी. विक्रमादित्य और सुदर्शना की शादी में राजनीति से लेकर, फिल्म और उद्योग जगत के तमाम नामी व्यक्ति पहुंचे थे. एक से बढ़कर एक लैविश इंतजाम किया गया था और पानी की तरह पैसा बहाया गया था.