‘अपने बेटों को सेट करने के लिए MP को अपसेट कर रहे 2 कांग्रेसी नेता’, PM मोदी बोले- कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मध्य प्रदेश के सिवनी में एक जनसभा को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस का ना तो अपना कोई भविष्य है और ना ही उसके पास एमपी के युवाओं के भविष्य के लिए कोई रोडमैप है. कांग्रेस के नेता आज भी दादा-दादी, नाना-नानी ने क्या किया, इस पर वोट मांगते हैं. कांग्रेस पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता. कांग्रेस का नारा रहा है- गरीब की जेब साफ, काम हाफ से भी हाफ यानि कांग्रेस विकास का काम नहीं करती, लेकिन गरीब की जेब जरूर साफ कर देती है. पीएम मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस चुनाव नहीं लड़ रही है. उसे मालूम है कि यहां चुनाव जीतना नहीं है, वह तो चुनाव लड़ने का ढोंग कर रही है.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नेता तो इसलिए चुनाव लड़ रहे हैं कि किसका बेटा कांग्रेस का मुखिया बनेगा. 2014 से पहले कांग्रेस का एक-एक घोटाला लाखों-करोड़ों का हुआ करता था, अब भाजपा सरकार में घोटाले नहीं होते. गरीब के हक का पैसा जो हमने बचाया है, वो अब गरीब के राशन पर खर्च हो रहा है. घोटालेबाज कांग्रेस सरकार और भाजपा सरकार में यही सबसे बड़ा अंतर है. कांग्रेस के लिए अपने एक परिवार से बड़ा कोई और नहीं है. जहां कांग्रेस सरकार में रहती है, वहां सरकारी योजनाएं, रास्ते, गलियां… सब कुछ उसी परिवार के नाम कर देती है. एमपी के घोषणापत्र में भी सिर्फ वही एक परिवार दिखता है.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस के 2 बड़े नेता अपने बेटों को सेट करने के लिए मध्य प्रदेश को अपसेट करने में लगे हैं. ऐसे लोगों को राज्य की कोई जरूरत है क्या? कांग्रेस के नेताओं के पास राज्य के विकास के लिए कोई रोडमैप नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि मैं गरीबी से निकला हूं, गरीबी क्या होती है ये मुझे किताबों में नहीं पढ़ना पड़ता है. इसलिए आपके बेटे ने आपके भाई ने एक बहुत बड़ा निर्णय मन में पक्का कर लिया है कि दिसंबर में जब ‘प्रधानमंत्री अन्न योजना’ पूरी होगी तब आने वाले 5 वर्षों के लिए मुफ्त राशन की गारंटी हम देंगे.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आदिवासी समाज की कांग्रेस ने लगातार 5 दशक तक उपेक्षा की है. जबकि पहली बार सत्ता में आने पर बीजेपी के नेता अटलबिहारी वाजपेयी ने आदिवासियों के कल्याण के लिए एक अलग मंत्रालय बनाया. भाजपा ने देश के मान-सम्मान और संस्कृति की रक्षा के लिए कुर्बानी देने वाले आदिवासी समुदाय के सभी लोगों का सम्मान किया है.