बरबस पुर प्रधान ने शौचालय में किया घोटाला ,अफसर बोले ओके


समाज जागरण
विश्वनाथ त्रिपाठी
प्रतापगढ़
जनपद की एक तहसील है कुंडा जहां ग्राम प्रधानों को लूटने की खुली छूट है | इस छूट का‌कारण तो ठीक। से पता नहीं चल सका लेकिन हजार शिकायतों के बाद भी इस तहसील के किसी भी प्रधान की निष्पक्ष जांच नहीं की जा सकी | यहां का अधिकांश प्रधान सरकारी धन की लूट में शामिल हैं और अच्छी खासी रकम अधिकारियों की जेब में जाने के कारण जांच अधिकारी भी अपनी जांच की खानापूरी करके चला जाता है | तालाब, चकरोड ,खड़ंजा ,आवास सभी योजनाएं कामधेनु बन चुकी हैं जिसके दोहन में सभी लगे हैं
शौचालय जैसे छोटी योजना को भी नहीं बख्शे लोग | कुंडा कि एक गांव सभा बरबस पुर है जहां का ग्राम प्रधान बेलगाम रहा जैसे चाहा नियमों को त्याग पर रख कर काम करता रहा क्यों कि यह जिले के आलाधिकारियों पर रोब जमाने में काम मास था | इसने अपने गांव सभा में लोगों के व्यक्तिगत शौचालयों की रकम उन्हें न देकर २६ शौचालयों को एक साथ व्यक्तियों के नाम से बनवा दिया | दबंगयी के कारण लोग न तो विरोध कर सकें और न हीं ही आज तक उसका उपयोग ही कर सकें| आज। स्थिति यह है कि उन सब के दरवाजे व सीट गायब हो चुके हैं और अब पूरे के पूरे शौचालय कूड़ेदान में बदल चुके हैं | वहां लोग गोबर फेंक रहे हैं या फिर गंदगी कर रहे हैं | शिकायत पर हमारे ईमानदार अफसरों ने सब कुछ ओ के कर चोर को क्लीन चिट दे दी |
योगी जी कर ही क्या सकते हैं जब सब चोर ही है तो ईमानदार कैसे निपट सकता है ?