दैनिक समाज जागरण
जमालपुर(मीरजापुर)क्षेत्र के बहुआर गांव में रविंद्रालय में आयोजित संगीतमय श्रीराम कथा की दूसरे दिन बुधवार की देर शाम कथा व्यास रामशंकर महाराज डिजिटल बाबा ने राम जन्मोत्सव की कथा सुनाकर श्रोताओं को भाव विह्वल कर दिया। उन्होंने कथा श्रवण कराते हुए कहा कि भगवान का जन्म असुरों के नाश के लिए हुआ था।श्रीराम ने बचपन में ही असुरों का नाश कर दिया था। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का चरित्र अनंत सदियों तक चलता रहेगा।पिता के प्रति, मां के प्रति एवं भाई के प्रति जो प्रभु श्रीराम का स्नेह है वह सदैव के लिए अमर है। पुत्र न होने पर राजा दशरथ गुरु वशिष्ठ के आश्रम गए एवं वशिष्ठ ऋषि द्वारा ऋषि ऋंगी से शुभ पुत्र कामेष्टि यज्ञ करवाया।अग्नि देव ने यज्ञ के प्रसन्न होकर राजा दशरथ को खीर प्रदान किया। राजा दशरथ की तीनों रानियों कौशल्या , सुमित्रा एवं कैकेई को खीर देते है।खीर खाने के बाद राम सहित भरत,लक्ष्मण एवं शत्रुघ्न का जन्म होता है एवं सारे अयोध्या में खुशियां छा जाती है।
राम जन्मोत्सव पर पांडाल में खुशियां मनाई गई एवं जय श्रीराम के जयघोष से पांडाल गुंजायमान हो उठा।कथा के अंत में आरती कर भक्तों में प्रसाद का वितरण किया गया। इस दौरान रवि प्रकाश तिवारी,माही तिवारी, बृजनाथ चौबे,अवधेश सिंह,विजेंद्र प्रताप सिंह, सरिता तिवारी, शिवदास सिंह,राधेश्याम तिवारी,रविंद्र नाथ तिवारी,मुरारी सिंह ईत्यादि श्रोता मौजूद रहे।