छबड़ा तहसील में गांव- गांव जाकर आध्यात्मिक पुस्तकों का किया प्रचार, 7 जनवरी को होगा विशाल सत्संग*


कमल लोधा दैनिक समाज जागरण

बारां – जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के द्वारा लिखित आध्यात्मिक पुस्तके ज्ञान गंगा, जीने की राह और गीता तेरा ज्ञान अमृत पुस्तकों का प्रचार प्रसार मानव कल्याण के उद्देश्य से बारां जिले में हो रहा है। 5 जनवरी 2024 को संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने आध्यात्मिक पुस्तकों का प्रचार तहसीन छबड़ा के ग्राम फेजपुरा और आसपास के गांवो में किया गया संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयाई गांव-गांव में जाकर प्रत्येक को शास्त्रों के ज्ञान समझा व दिखलाकर पुस्तक दे रहे है। ये वही पुस्तके हैं जो आए दिन एक्स (X) पर ट्रेंड होती है और सोशल मीडिया पर भी इन शास्त्रानुकूल पुस्तको की अधिक मांग है। संत रामपाल जी महाराज जी अपनी पुस्तकों के माध्यम से वो मार्मिक ज्ञान बांट रहे हैं जिससे प्रेरित होकर व्यक्ति सामाजिक कुरीतियों और बुराइयों के खिलाफ खड़ा हो सकता है फलस्वरूप आज दुनिया भर में संत रामपाल जी महाराज जी के करोड़ों अनुयाई है जो कि सर्व कुरूतियो को त्यागकर एक आध्यात्मिक मानव जीवन व्यतीत कर रहे हैं। यह पुस्तक सभी धर्म के धर्म ग्रंथो से प्रमाणित है और यह समाज को जीवन जीने का एक आध्यात्मिक नजरिया देता है तथा मानव जीवन को सदुपयोग करना का तरीका बताती है। संत रामपाल जी महाराज लगातार अपने विचारधारा से संपूर्ण समाज को शास्त्रानुकूल भक्ति और शास्त्रानुकूल क्रियाएं करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं इसीलिए उनके द्वारा लिखित शास्त्रानुकूल पुस्तके समाज में पहुचाई जा रही है। जिला संयोजक राजेंद्र नागर जी ने बताया है कि रविवार को छबड़ा तहसील के ग्राम फेजपुरा में जिला स्तरीय सत्संग आयोजन किया जायेगा सत्संग का प्रचार के लिए आज ग्राम फेजपुरा और आसपास के ग्रामों में पुस्तकों का वितरण किया गया पुस्तकों के माध्यम से प्रचार करने का उद्देश्य की समाज में फैल रही कुरीतियों जेसे नशा, दहेज- प्रथा, रिश्वतखोरी,भ्रष्टाचारी, भ्रूण हत्या जैसी तमाम कुरूतियो को दूर जड़ से खत्म करना है। पुस्तक सेवा में उपस्थित अनुयाई तहसील कोऑर्डिनेटर मुंशी यादव, मदन मीणा,रामस्वरूप मीणा,संजय मीणा,जगदीश मीणा,भारत मीणा, मोहन बैरवा,महेंद्र बैरवा,चम्पा लाल नागर,रामबिलास बैरवा,अरविन्द नागर,गोविंद वर्मा, रामराज लोधा,हरिप्रसाद पांचाल, मुरारी लोधा,कजोडी लाल वर्मा, सुनील वर्मा, जमनालाल वर्मा,भंवर प्रजापति,बिसन बैरवा, विकास बैरवा,कौसल्या बैरवा,कृष्णा नागर,ज्योति नागर,शिवानी नागर,करीना मीणा,ममता बैरवा,रीना मीणा,मीना मीना,प्रेरणा वर्मा,राधा वर्माममता वर्मा,राधेश्याम पांचाल,मनोज नागर,आंनद पांचाल,कार्तिक पांचाल,सत्यनारायण मीणा, राजेन्द्र बैरवा,हरिवल्लभ नागर, मेघराज मीणा, बनवारी मीना,चतुर्भुज नागर आदि मौजूद रहे