संवाददाता/ आनन्द कुमार।
दैनिक समाज जागरण
पिपरी/ सोनभद्र। एशिया के विशालतम जलाशयों में से एक रिहंद डैम पर जल्द ही 640 मेगावाट का पंप स्टोरेज पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा. इसको लेकर डीपीआर तैयार कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने रिहंद जलाशय का निरीक्षण कर उसकी जल संग्रहण क्षमता और विद्युत उत्पादन के संभावनाओं की स्थिति जांची. राष्ट्रीय सुरक्षा की पुष्टि से महत्वपूर्ण माने जाने वाले इस डैम के रख-रखाव सुरक्षा की स्थिति जांची और संबंधितों को जरूरी निर्देश दिए. सोनभद्र जिले मे दौरे पर आए मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने रिहंद डैम का निरीक्षण करने के साथ ही, इसके जल संग्रहण, रख-रखाव, जल विद्युत उत्पादन आदि के बारे में प्रदेश के मुख्य अभियंता जल विद्युत इं. शैलेश कुमार से वार्ता कर जरूरी जानकारी हासिल की. बांध के साथ ही रिहंद जल विद्युत गृह के उत्पादन की स्थिति का जयजा लिया. मुख्य अभियंता के तरफ से बताया गया कि रिहंद बांध का लोकार्पण 7 जनवरी 1963 को तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा किया गया था. उस समय इस परियोजना की लागत 51.52 करोड़ रुपए थी. परियोजना पर स्थापित जल विद्युत गृह की उत्पादन क्षमता 300 मेगावाट है. वहीं बांध की जल संग्रहण क्षमता 9220 एमसीएम निर्धारित है. इसी कड़ी में मुख्य अभियंता की तरफ से उन्हें अवगत कराया गया कि रिहंद बाँध 640 मेगावाट क्षमता का पंप स्टोरेज पावर प्लांट स्थापना का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. इसके लिए डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड को सौंप दी गई है. डीपीआर मिलते ही कार्रवाई आगे बढ़ा दी जाएगी. इस दौरान जिलाधिकारी बद्रीनाथ सिंह, पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.