मुख्यमंत्री जी!पुल गिरने को लेकर जितना जिम्मेदार संवेदक है उससे कही अधिक जिम्मेदार हैं विभाग के अधिकारी: कन्हैया दास

विभाग के अधिकारी रूपया लेकर ऐसे ठेकेदार को काम दे दिया जाता है जिनके पास कार्य करने की न तो क्षमता होती है और न ही होता है अनुभव

गहन जांच हुई तो कई अधिकारी इस मामले में फसेंगे

अररिया/डा. रूद्र किंकर वर्मा।

देखो बिनोद!जांच फांच क्या होगा?ई सब ईसी पीसी के कारण ई नौबत देखने को मिल रहा है। अभी तो बाढ़ आना बांकिए है सीमांचल के कई पुल पाकल आम के तरह लुद जैसन फचक जाएगा अगर सही तरीके से जांच होगी तो कई अधिकारी इस मामले में फसेंगे । उक्त बात राजनीतिक मामले के जानकार सह युवा सामाजिक कार्यकर्ता कन्हैया कुमार दास ने कही। श्री दास ने कहा कि अररिया के सिकटी प्रखंड के पड़रिया घाट में निमार्णाधीन पुल के गिरने के बाद ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारियों पर ठिकड़ा फोड़ा। उन्होंने कहा की ग्रामीण कार्य विभाग पूरी तरह भ्रष्ट हो चुका है। पुल गिरने को लेकर जितना जिम्मेदार संवेदक है उससे कहीं अधिक जिम्मेदार विभाग के अधिकारी है क्योंकि विभाग के द्वारा रूपया लेकर ऐसे ठेकेदार को काम दे दिया जाता है जिनके पास कार्य करने की न तो क्षमता होती है और न ही अनुभव होता है। अभियंता के कार्यों की जांच ईडी और सीबीआई से करवाने पर सारा पोल खुल जाएगा की उनके द्वारा किस तरह नियमों को ताक पर रख कर काम दिया जाता है। ऐसे संवेदक
जिनकी बिड कैपिसिटी कम है उन्हें उनसे ज्यादा राशि वाला पुल बनाने का टेंडर दे दिया गया । श्री दास यही नहीं रुके और उन्होंने कहा की ग्रामीण कार्य विभाग में लूट मचा हुआ है और हमारी मांग है की पुल गिरने के मामले में संवेदक के साथ साथ अधिकारियो की भी जांच होनी चाहिए जो “लक्ष्मीकांत” लेकर काम बांटते है। श्री दास ने कहा कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से वो मांग करते है की ऐसे लोग जो रूपया लेकर काम बांट रहे है उनके खिलाफ सख्त कारवाई की जानी चाहिए। अगर सही तरीके से जांच होगी तो कई अधिकारी इस मामले में फसेंगे । उन्होंने सरकार से संलिप्त अधिकारी एवम संवेदक से प्राक्कलित राशि वसूली जाय की भी आवाज उठाई।