अररिया ।
भारत सरकार, गृह मंत्रालय के निर्देशन में चलाए गए साम्प्रदायिक सद्भाव सप्ताह का समापन आज 25 नवम्बर को 52वीं वाहिनी, सशस्त्र सीमा बल, अररिया में धूमधाम से किया गया। इस दौरान, सप्ताह का अंतिम दिन झंडा दिवस के रूप में मनाया गया। 52वीं वाहिनी के कमांडेंट महेंद्र प्रताप ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 19 नवम्बर से 25 नवम्बर तक साम्प्रदायिक सद्भाव सप्ताह मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य समाज में साम्प्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देना और हिंसा से प्रभावित बच्चों की मदद करना है। इस अभियान के तहत, समाज के विभिन्न तबकों में जागरूकता फैलाने के लिए प्रभावी पुनर्वास योजनाओं का प्रचार किया जाता है। खासतौर पर, इस सप्ताह का फोकस उन अनाथ और निराधार बच्चों की मदद करना है जो सांप्रदायिक, जातीय या आतंकवादी हिंसा के कारण प्रभावित हुए हैं।
इस सप्ताह के दौरान, सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थानीय स्कूली छात्रों की मदद से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनमें पेंटिंग, वाद-विवाद प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और मैराथन दौड़/रैली शामिल थे। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य सीमाक्षेत्र के लोगों को साम्प्रदायिक सद्भाव और एकता के महत्व के बारे में जागरूक करना था।
समापन समारोह में महेंद्र प्रताप के साथ उप कमांडेंट अनिल कुमार पठानिया, पी०एन० सिंह, उदय कुमार उप कमांडेंट, नि० उत्तम बिश्वास और अन्य बलकर्मी भी उपस्थित थे। सभी ने झंडा दिवस के अवसर पर भारतीय ध्वज को सलामी दी और संकल्प लिया कि वे समाज में साम्प्रदायिक सौहार्द और भाईचारे को बढ़ावा देंगे।
यह कार्यक्रम सीमा क्षेत्र के लोगों को एकजुट करने, राष्ट्र के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को मजबूत करने और साम्प्रदायिक सद्भाव को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।