संवेदक की लापरवाही में भेलवा गांव में बने जल मीनार बना सोभा की वस्तु

दैनिक समाज जागरण
ब्युरो चीफ उमाकांत साह
बांका/कटोरिया: राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय योजना में शामिल जल नल योजना ने आज सरकार की पोल खोल कर रख दी है। जबकि इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए जिला प्रशासन प्रत्येक प्रखंडों में प्रखंड कर्मियों के अलावा संबंधित पदाधिकारियों के बैठक कर ग्रामीणों को हो रहे पेयजल में असुविधा को शीघ्र निदान करने का निर्देशित की गई है। बावजूद पीएचडी विभाग के लापरवाही का मार ग्रामीण झेलने को मजबूर है। ताजा मामला कटोरिया प्रखंड के भोरसार भेलवा पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर सात की है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त गांव में लगभग डेढ़ सौ घरों की आबादी है जहां ग्रामीणों को घर घर पानी पहुंचाने एक जलमिनार बनाया गया है।और लगभग 40 घरों में ही पानी पहुंचाने के लिए नल पॉइंट लगाकर संवेदक द्वारा खानापूर्ति कर लिया गया है। इस बाबत ग्रामीण बिलाल अंसारी, कुतुबुद्दीन अंसारी, सफुउल्लाह अंसारी, मुख्तार अंसारी हातिम अंसारी कासिम अंसारी मुस्तकीम अंसारी फजलु अंसारी,मकसूद अंसारी वगैरह लोगों ने बताया कि जब से या जल मीनार बना है आज तक कभी लोगों को पानी का नसीब नहीं हुआ है शुरुआती दौर में कुछ दिन कुछ जगहों तक पानी दिया गया था। लेकिन यह जलमिनार अब पूर्ण तरीके से बंद कर दिए गए हैं। जिसके कारण गांव में लगे नल पॉइंट टुट फुट गया है।जो नल पॉइंट खड़ा है अब सिर्फ बैल बकरी बांधने के काम में आ रही है। जिससे ग्रामीणों को पानी पीने के लिए भारी कठिनाइयों की सामना करनी पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में 1 – 2 चापाकल है वो भी खराब पड़ा है।