*समेकित जांच चौकी पर इंट्री का धंधा परवान पर, नहीं हो पा रही कार्रवाई, ट्रकों से पुलिस कर रही अवैध वसूली*



*रीता कुमारी, ब्यूरो चीफ, दैनिक समाज जागरण*

*नवादा (बिहार)।* बिहार- झ़ारखंड सीमा पर उग्रवाद प्रभावित जिले के रजौली प्रखंड क्षेत्र के चितरकोली पंचायत अंतर्गत समेकित जांच चौकी पर इंट्री का धंधा परवान पर है। इस मार्ग पर इन दिनों इंट्री के काले धंधे में शामिल लोग चांदी काट रहे हैं। रोजाना जांच चौकी से हजारों ट्रकों का आवागमन होता है।कहने को तो अधिकारी लगातार कार्रवाई करते हैं, पर सच यह भी है कि महीने में कभी कभार ही कार्रवाई होती है।
रजौली जांच चौकी पर बड़े आराम से इंट्री माफिया अपने गोरखधंधे को अंजाम देते हैं। काले कारनामे से राजस्व को भारी चूना लगाने का खेल जारी है। आखिर कैसे बेखौफ इंट्री माफिया अपना जलवा नेशनल हाईवे पर कायम रखे हुए हैं और इन्हें किनका संरक्षण प्राप्त है, यह जांच का विषय है।
सूत्रों का कहना है कि इंट्री माफियाओं की सांठगांठ अधिकारियों एवं उनके चालकों से होता है जो इनके लिए जासूसी का काम करते हैं। कब निकलना होता है या कब नहीं यह उनके द्वारा बताये गये समय के अनुसार ही ट्रकों को निकाला जाता है। इसके अलावा जांच चौकी पर तैनात गृहरक्षकों द्वारा वाहनों से दिन दहाड़े ओवरलोड ट्रकों से पैसा लेकर बिहार में आसानी से प्रवेश करा दिया जा रहा है। इनसे अगर पूछताछ की जाए तो सभी माफियाओं के नामों का खुलासा आसानी से हो सकता है।

इंट्री खेल का राज:

पिछले कई वर्षों में इंट्री का खेल बंगाल एवं झारखंड के रास्ते बिहार में प्रवेश करनेवाले वैसे ट्रकों की होती है जिसमें सामान आदि लदा होता है। उन्हें सुरक्षित तरीके से जिले से बाहर या गंतव्य तक जाने के लिए शुल्क तय कर दी गयी है।जब तक इंट्री के धंधे में शामिल लोगों के द्वारा चालकों से राशि वसूल नहीं कर ली जाती तबतक ट्रक को इंट्री नहीं मिलती। अगर जोर जबरदस्ती कर ट्रक चालक चल भी देता है, तो किसी न किसी बहाने उसको पकड़वा दिया जाता है।इसके बाद ओवरलोड या फिर कागजातों में कमी आदि के नाम पर कार्रवाई की जद में आकर ट्रक मालिक को नुकसान झेलना पड़ता है। वसूली के रुपये पदाधिकारियों एवं उनके चमचों में वितरण किये जाते हैं, जिसे माफिया इंट्री का नाम देते हैं। यही कारण है कि मजबूर ट्रक चालकों को समझौता करना पड़ता है। यही नहीं, इंट्री करानेवालों के द्वारा निर्माण सामग्री वाले वाहनों से भी मोटी रकम वसूल जाती है।
निर्माण सामग्रियों को ढोने वाले ज्यादा निशाने पर रहते हैं.
इलाके में भवन, सड़क, पुल पुलिया आदि के निर्माण सामग्री ढोने वाले ट्रक को एंट्री दिलाने में दिन-रात दलाल सक्रिय रहते हैं। सैकड़ों ट्रकों पर आये दिन गिट्टी आदि सामान लदे बिहार में बेरोकटोक सड़कों पर प्रवेश कराया जाता है। उनसे मोटा उगाही कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य जारी है इससे सरकारी राजस्व का चुना लग रहा है।

दिबौर से रजौली जांच चौकी तक भरे हैं इंट्री माफिया:

बंगाल झारखंड से आनेवाली ट्रकों का झारखंड सीमा समाप्त होते ही बिहार के दिबौर घाटी से प्रवेश करते हीं इंट्री वालों के साठ-गांठ का एक नेटवर्क तैयार किया गया है जिसके मार्फत एंट्री का खुलेआम खेल खेला जाता है। एंट्री माफिया चितरकोली गांव एवं दीबौर के लोकल होते हैं।
सूत्रों की मानें तो इस काले धंधे में सफेदपोशों के सांठगांठ से इंट्री माफिया बड़े ही सुनियोजित तरीके से इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं। स्थानीय दर्जनों लोग वाहन इंट्री के इस गोरखधंधे में शामिल हैं। इनलोगों के सहयोग से इंट्री माफिया नवादा में बैठकर समेकित जांच चौकी रजौली को चला रहे हैं। इनमें मुख्य रूप से गोल्डन, मुकेश यादव, शंकर पाण्डे, माजिद खान, जीतेन्द्र कुमार, मुन्ना यादव, वीरेन्द्र कुमार, छोटका समेत दर्जनों इंट्री माफिया सक्रिय हैं।

जांच चौकी पर पूर्व में आरटीओ ललित दूबे द्वारा गिट्टी लोड ट्रक एवं हाइवा ट्रक को जब्त किया था।जिसे जबरन वाहन इंट्री करने वाले दलालों ने चालक को मारपीट कर छुड़ा लिया था। दूसरी बार भी गिट्टी लोड हाईवा ट्रक को जब्त किया गया था, जिसे इंट्री माफिया मस्तानगंज निवासी अरुण कुमार द्वारा गुर्गों के सहयोग से जबरन धक्का मुक्की कर छुड़ा लिया गया था। इस बाबत थाने में तात्कालिक आरटीओ ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी। इस मामले में तथाकथित अरुण कुमार एवं स्थानीय कई इंट्री माफिया को जेल की हवा खानी पड़ी थी। बावजूद इंट्री के खेल में लगाम लगने के वजाय विस्तार हो रहा है और पदाधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं।

जिला परिवहन पदाधिकारी अनुराग कौशल सिंह ने माफियाओं की सक्रियता को गलत बताया है। साथ ही कहा कि मेरे सामने इस प्रकार की कोई घटना घटित नहीं होती है। जब भी जांच चौकी का औचक निरीक्षण किया गया तब गढ़दिबौर स्थित बिहार झारखंड बॉर्डर तक रहे ओवरलोड वाहनों को कांटा करवाकर उनसे जुर्माने की राशि वसूल की गयी। उन्होंने कहा कि हमारे प्रयास से जांच चौकी पर राजस्व की डेढ़ गुना वृद्धि हुई है। साथ ही कहा कि यदि इंट्री माफिया सक्रिय हैं तो उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।