ब्रज की छह सीटों पर कहीं रोमांचक मुकाबले तो कहीं एकतरफा परिणामों के आसार

आगरा। ब्रज क्षेत्र की छह लोकसभा सीटों में से वर्ष 2019 में भाजपा ने पांच सीटों पर जीत हासिल की थी। इनमें आगरा, फतेहपुर सीकरी, मथुरा, फिरोजाबाद और एटा शामिल हैं। आपको बता दे लोकसभा चुनाव के एक्जिट पोल में ब्रज क्षेत्र की 6 में से 3 सीटें स्पष्ट रूप से भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में जाती दिख रही हैं, कड़े मुकाबले के कारण चौथी सीट पर रोमांच बना हुआ है। हालांकि चौथी सीट भी भाजपा के पक्ष में जाने की संभावना है। शेष दो सीटों पर मुकाबला फंसा हुआ दिख रहा है। मैनपुरी में सपा के मजूबत किले को भाजपा नहीं हिला पाई थी। इस बार के सर्वे की बात करें तो मैनपुरी के साथ फिरोजाबाद की सीट भी समाजवादी पार्टी के पक्ष में जा सकती हैं।

एटा में भी मुकाबला कड़ा नजर आ रहा है। सर्वे के अनुसार, आगरा लोकसभा सीट पर भाजपा को हिला पाना काफी मुश्किल है। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी प्रो. एसपी सिंह बघेल काफी मजबूत स्थिति में नजर आ रहे हैं। वहीं सपा-कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी सुरेश चंद कर्दम और बसपा प्रत्याशी पूजा अमरोही की स्थिति बहुत अच्छी नहीं मानी जा रही है। फतेहपुरसीकरी लोकसभा सीट पर भाजपा फंसी नजर आ रही है। हालांकि मुकाबला कड़ा होने के बावजूद सर्वे भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर के पक्ष में जाता दिख रहा है। चाहर के खिलाफ स्थानीय स्तर पर विरोध और भाजपा के ही विधायक चौधरी बाबूलाल द्वारा अपने बेटे रामेश्वर चौधरी को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारने से यह सीट चर्चा में आ गई थी।

फिर भी यहां मुख्य मुकाबला भाजपा के राजकुमार चाहर और इंडी गठबंधन के प्रत्याशी रामनाथ सिंह सिकरवार के बीच है। गठबंधन समर्थकों का मानना है कि रामनाथ सिकरवार के पक्ष में चौंकाने वाले नतीजे आ सकते हैं। वहीं मथुरा सीट पर वर्तमान सांसद हेमामालिनी की जीत तय मानी जा रही है। हालांकि हेमा मालिनी अपनी ही पार्टी के कुछ स्थानीय नेताओं से भितरघात का सामना करना पड़ा। कुछ गांवों में उनकी सक्रियता काम रहने को लेकर नाराजगी भी रही, तथापि रालोद का साथ मिलने और मोदी-योगी के प्रति मतदाताओं का झुकाव हेमामालिनी के पक्ष में जाता दिख रहा है।

प्रमोद कुशवाह कि रिपोर्ट