मां‌ काली को दी गई विदाई : सजा रहा पंडाल, भक्तों का लगा रहा दरबार

वेंकटनगर। बड़े ही उत्साह, उमंग और ढोल-धमाका के साथ 31 अक्टूबर 2024 को काली मंदिर के पास मां काली का आगमन हुआ था। काफी संख्या में भक्त जनों ने उनकी आगमनी की और उन्हें विराज मानकर तीन दिवस भक्तिमय वातावरण में उनकी पूजा एवं आराधना की।

धर्म प्रेमी, सामाजिक, जागरूक कमेटी के अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि मां काली का प्रथम वर्ष प्रवेश हुआ है। मां काली का भव्य दरबार सजाया गया था। निर्धारित कार्यक्रम अनुसार 31 अक्टूबर 2024 दिन गुरूवार को बाजे-गाजे के साथ मां का भव्य आगमन हुआ। 03 अक्टूबर 2024 दिन को विशेष पूजन हवन एवं सुबह आरती आयोजित की गई। 02 अक्टूबर को रात्रि भक्ति मयी संगीतों के साथ ममता भरा देवी जागरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें वेंकटनगर के काफी संख्या में भक्त जनों ने भाग लिया। 03 नवम्बर 2024 दिन रवीवार को नम आंखों से मां की विदाई की गई। इस अवसर पर नगर के विभिन्न मार्गो होते हुए मां काली की प्रतिमा नगर भ्रमण कराया गया मां को नम आंखों से विदाई दी गई।

इस अवसर पर भारी संख्या में धर्म प्रेमी नाचते, गाते हुए उत्साह एवं उमंग के साथ ही नम आंखों से मां काली को विदाई दी। नगर के भक्त जनों ने तीन दिवस मां काली का आशीर्वाद प्राप्त किया। जिसमें काफी संख्या में पुरुष, महिलाएं, बच्चे सभी सपरिवार शामिल थे। एवं भारी तादाद में पुलिस बल भी इस पूरे कार्यक्रम में तैनात रहे और अपनी पैनी नजर बनाए रहें।