बिना जमीन अधिग्रहन के ही कर दिया अस्पताल का शिलान्यास

सांस दायें से लिजिए या बाएँ से लेकिन ध्यान रखिये कि आप बिहार मे है और यहाँ अस्पताल के लिए बिना जमीन अधिग्रहण किए ही उसका शिलान्यास कर दिया जाता है ऐसे ही बिना पढे ही डाक्टर की डिग्री दे दिए जायेंगे और इसको आप शुभ मुहुर्त समझिये । आने वाले समय का इंतजार कीजिए जब सरकारी फर्जी डाक्टर आपका आपरेशन करेंगें। सरकारी फर्जी डाक्टर इसलिए की बिना योग्यता के भी सरकार के द्वारा उसको आरक्षण के तहत डाक्टर बना दिया जायेगा क्योंकि नीतिश जी भी लालू जी के तरह ही सिंगापुर, हांगकांग मे इलाज करवा लेंगे, जानिये और आपका काम। ये वही बात है कि आपके हाथों ही आपको कत्ल करवाने की साजिश रच दिया है। माननी पूर्व मंत्री स्वर्गीय रामविलास पासवान जी ने एक मिडिया इंटरव्यू में स्वंय ही कहा था कि हम इन आरक्षण वाले डाक्टर से इलाज नही करवायेंगे। जब मिडिया ने उनसे पुछा कि क्या आप आरक्षण वाले डाक्टर से इलाज करवायेंगे तो उन्होंने मिडिया को बिना जबाब दिए ही निकल गए और पासवान जी ने आखिरी दम तक जबाब नही दिया। क्योंकि वो झूठ बोलना नही चाह रहे थे और सच से वोट बैंक का नुकसान होता  इसलिए चुप्पी साध लिए और मुस्कुरा कर चल दिए।

अब उसी राह पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मंझी जी है। जिनकों लगता है कि नीतिश जी ने बिना जमीन अधिग्रहनण किए ही अस्पताल का शिलान्यास कर दिया है। नीतिश जी इशारे इशारे मे सबकुछ समझा दिए है कि आने वाले समय मे ऐसा ही होने वाला है, नौकरी है नही आरक्षण दे दिया है।

हम जनता से कहना चाहते है कि नेताओं को मुर्ख कहना छोड़ों उनके पास डिग्री नही है लेकिन तजुर्बा तो पूरा है कि जनता को मुर्ख कैसे बनाया जा सकता है। जब मुर्ख लोग देश के नेता और राज्य के मुख्यमंत्री बन सकते है तो डाक्टर और पायलट क्यों नही बन सकते है। जान आपका जोखिम मे है तो आप सोचिए वो तो आपके ब्रैन का आपरेशन करेंगे पेट के रास्ते से। आप समझदार है तो चुप रहने मे ही भलाई है नही आपको यह सिद्ध करना पड़ेगा कि यह ब्रैन नही किडनी है और आप सिद्ध कैसे कर पायेंगे क्योंकि जिसके सामने आप सिद्ध करेंगे उसको भी यही पता होगा कि ब्रैन सिर मे नही बल्कि पेट मे होते है। अब आप जाइये जेल में चक्की पिसिंग कीजिए।

आपको यह भी देखने या सुनने का मौका मिल सकता है कि आंख के आपरेशन के लिए तथाकथित सरकारी डाक्टर साहब ने पेट को चीड़ दिया। जब हंगामा होगा तो पता चलेगा कि डाक्टर साहब ने आरक्षण के तहत डिग्री ली हुई है। आने वाले समय मे ऐसा भी देखने को मिल सकता है कि डाक्टर के बजाय नर्स ही मरीजों का आपरेशन कर रही है और डाक्टर साहब धर पर पीकर मस्त है। नौकरी काम करने के लिए थोड़े ही लिया है तन्ख्वाह मिलनी चाहिए।

खैर आम जनता के लिए अच्छा संदेश है कि अब बच्चों पर ज्यादा जोर मत दीजिए क्योकि खेलोंगे कुदोगे बनोगे नबाब, पढ़ोगे लिखोगे तो हो जाओगे खराब। जुगाड़ कीजिए नौकरी कही मिल जाय सरकारी। ऐसे नीतिश जी ने इतना नौकरी पैदा कर दिया है कि बिहार के लोगों को कही बाहर जाकर नौकरी नही करना पड़ेगा और तो और बाहर वाले अब बिहार मे आकर नौकरी करेंगे जैसे की शिक्षक भर्ती में किया गया है।