नोएडा समाज जागरण डेस्क
नोएडा प्राधिकरण पर अपनी मांगों को लेकर डेरा डाले किसानों के हौसला बुलंद है और हौसले के बदौलत ही ठिठुरती, कपकपाती ठंढ के बावजूद जमकर बैठे है। वही किसानों को अपना मानने वाले नेताजी कही दूर-दूर तक दिखाई नही देते। हालांकि इस समय मे विकसित भारत, भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकालने का दौड़ है। लेकिन लोग यह पूछ रहे है विकसित भारत मे विकसित कौन हो रहा है और भारत जोड़ो न्याय यात्रा से न्याय किस मिल रहा है। वोट के लिए गली गली हाथ जोड़ने वाले राजनीतिक पार्टी के प्रतिनिधी आखिर इन किसानों से दूरी क्यो बनायी हुई है। अपने ही गाँव अपने ही शहर मे अपने ही अधिकार के लिए लड़ना क्या राजनीतिक के लिहाज से अपराध है। अगर हाँ तो खुलकर विरोध होनी चाहिए और नही तो खुलकर समर्थन।
नोएडा प्राधिकरण पर हो रहे धरने का नेतृत्व सुखबीर खलीफा के द्वारा किया जा रहा है। हालांकि यह धरना प्रदर्शन और विरोध लगभग 5 साल से किए जा रहे है। हाल ही मे नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ किसानों के द्वारा मटका फोड़ो रैली का आयोजन किया जिसमे बड़ी संख्या मे महिलाओं ने भाग लिया और प्राधिकरण के नाम पर मटका फोड़ कर अपना विरोध प्रदर्शन अपना गुस्सा जाहिर की। इसके बावजूद किसानों को न्याय नही मिला है या फिर कहे तो इनका कोई सुनने को तैयार नही है। सुखबीर खलीफा ने समाज जागरण से बात करते हुए कहा कि “हम लोग अपने ही घर मे अपने ही अधिकार के लिए नोएडा प्राधिकरण से दो दो हाथ करने को मजबूर है। विकसित भारत, न्याय भारत सब एक दिखाबा है जो कि सिर्फ कागजों पर है। ऐसे तो हम लोग यहाँ के है लेकिन हमारे घर का मालिक भी नोएडा प्राधिकरण है। नोएडा प्राधिकरण जिसके बारे मे माननीय सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इसका तो कान, नाक आंख नही बल्कि इसके तो चेहरे से भी भ्रष्टाचार टपकता है लेकिन उसका कोई कुछ नही बिगाड़ पा रहा है, बल्कि उसके चौखट पर ही सभी पानी भरते नजर आ रहे है, क्या नेता, क्या अभिनेता और क्या अधिकारी।”
खलीफा ने कहा कि ” हमने अपने सारे मांग बोर्ड से पास करवा लिया है लेकिन शासन हमारी धमक देखना चाहती है। चाहे 10 प्रतिशत आबादी का मुद्दा हो या 5% प्लाट का मुद्दा हो। लेकिन शासन मे लंबित है। अगर यह लोग चाहते है कि हमे इन्हे ऐसे भगा देंगे तो इनका भूल है क्योंकि अब वह समय नही है जब हमारे बड़े बुढे़ गरीबी मे जीवन व्यतीत करते थे। अब हमारे बच्चे भी पढ़ लिख गए है और अपने अधिकार के लिए लड़ना जानते है। हमारे जमीन, हमारे मकान, हमारे प्लाट गाड़ी को देखकर यह लोग सोचते है कि आखिर इन किसानों के पास मे इतना आ कहां से गया।”
नेता एवं जनप्रतिनिधियों पर पूछे गए सवाल मे खलीफा ने कहा कि यह लोग कभी भी साथ नही आए सिर्फ वादे करते है कि गलत नही होने देंगे लेकिन होता उसके उल्टा है।