प्रोफेसर बनने का सपना देख रहे अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी

नि:शुल्क करें नेट-जेआरएफ एवं पीएचडी की तैयारी,आवेदन की अंतिम तिथि 15 जुलाई तक बढ़ी

मधेपुरा/डा. रूद्र किंकर वर्मा।

प्रोफेसर बनने का सपना देख रहे अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। ऐसे अभ्यर्थी अब नि:शुल्क नेट-जेआरएफ एवं पीएचडी की तैयारी कर सकेंगे और उन्हें पाठ्य सामग्रियां खरीदने के लिए तीन हजार रुपए भी मिलेगा। इसके लिए इच्छुक अभ्यर्थी मुख्यमंत्री व्यवसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण केंद्र में नामांकन ले सकते हैं, जिसमें आवेदन की अंतिम तिथि 15 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि पूर्व में आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून तक निर्धारित थी, जिसे विद्यार्थियों के अनुरोध पर 15 जुलाई तक बढ़ा दी गई है। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों एवं शिक्षकों से अनुरोध किया है कि वे विद्यार्थियों को नामांकन हेतु प्रेरित करें।
कुल 120 सीटों पर होगा नामांकन
उन्होंने बताया कि केन्द्र में कुल 60 छात्र -छात्राओं का दो बैच (प्रशिक्षण अवधि 06 माह) संचालित कराया जाएगा। इसमें प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रत्येक बैच के लिए कुल उपलब्ध सीटों (60) में से 40 प्रतिशत (24) पिछड़ा वर्ग तथा 60 प्रतिशत (36) अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए अनुमान्य होगा। अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं की अनुपलब्धता की स्थिति में पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को एवं पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं की अनुपलब्धता की स्थिति में अति पिछड़ा वर्ग के छात्र- छात्राओं का नामांकन किया जाएगा। दोनों कोटियों में छात्राओं के लिए 33 प्रतिशत छैतीज आरक्षण अनुमान्य है।

मिलेगी तीन हजार रुपए प्रोत्साहन राशि
उन्होंने बताया कि केंद्र में नामांकित विद्यार्थियों को 75 प्रतिशत उपस्थिति पूरी होने पर पाठ्य सामग्रियों की खरीदारी हेतु तीन हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

लिखित परीक्षा या काउंसिलिंग के माध्यम से होगा चयन
उन्होंने बताया कि केंद्र में नामांकन के लिए विद्यार्थियों का चयन संबंधित परीक्षाओं के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम
के अनुरूप विषय के बहु-विकल्पीय लिखित परीक्षा या काउंसिलिंग के माध्यम से चयन किया जाएगा। विद्यार्थियों की आयु सीमा एवं न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता संबंधित कोर्स के अंतर्गत होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा के लिए निर्धारित न्यूनतम अर्हता के अनुरूप होनी चाहिए।छात्र-छात्रा एवं उनके अभिभावक की कुल वार्षिक आय तीन लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए।

इनईटी, जीएटीई, जेआरएफ, पीएचडी आदि की नि:शुल्क तैयारी

जिला कल्याण पदाधिकारी रामकृपाल प्रसाद ने बताया कि इस केंद्र की शुरुआत बिहार राज्य पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम, पटना द्वारा उच्च शैक्षणिक संस्थानों में शैक्षणिक पदों पर नियुक्ति में पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से की गई है।। इसमें विद्यार्थियों को इनईटी, जीएटीई, जेआरएफ, सीएसआईआर, पीएचडी आदि प्रतियोगिता परीक्षाओं में चयनित होने के लिए परीक्षा पूर्व निशुल्क प्रशिक्षण (कोचिंग) की व्यवस्था है। फिलहाल जुलाई सत्र के लिए 15 जुलाई तक आवेदन आमंत्रित किया गया है। आवेदन पत्र निगम की वेबसाइट से डाउनलोड भी किया जा सकता है।

प्रशासनिक परिसर में संचालित हो रहा है केंद्र

उन्होंने बताया कि मार्गदर्शन केंद्र भी प्रशिक्षण केन्द्र के साथ ही प्रशासनिक परिसर अवस्थित पुराने स्नातकोत्तर हिंदी विभाग में चल रहा है। विद्यार्थी यहां स्वयं आकर भी आवेदन जमा करा सकते हैं अथवा निबंधित डाक से भी आवेदन भेज सकते हैं। पता है- निदेशक, मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण केंद्र, प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण केन्द्र कार्यालय, पुरानी हिंदी विभाग, प्रशासनिक परिसर (ओल्ड कैम्पस), भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, लालूनगर मधेपुरा-852113 (बिहार)। वाट्सएप- 9934629245 जारी है।