एयरपोर्ट सा चमकेगा गुरुग्राम रेलवे स्‍टेशन, 12 लिफ्ट, दो मंजिला फूड कोर्ट-लाउंज, और भी जानें क्‍या-क्‍या होगा

गुरुग्राम मेट्रो की आधारशिला रखने के बाद अब गुड़गांव का रेलवे स्‍टेशन भी चमकने जा रहा है. आने वाले दिनों में गुरुग्राम रेलवे स्‍टेशन अपग्रेडेशन के बाद एयरपोर्ट से भी बेहतर नजर आने वाला है. यहां यात्रियों के लिए ऐसी-ऐसी फेसिलिटीज मिलने जा रही हैं जो अभी तक एयरपोर्ट्स पर नजर आती हैं. इस पर जल्‍द काम शुरू होने वाला है और गुरुग्राम में मेट्रो की सुविधा मिलने से पहले-पहले पूरा होने की डेडलाइन तय की गई है.

गुरुग्राम रेलवे स्टेशन अपग्रेडेशन योजना के तहत यहां करीब 12 लिफ्ट, कई एस्केलेटर, दो मंजिला फूड कोर्ट और लाउंज, फुट ओवर ब्रिज बनाए जाएंगे. यात्रियों की सुविधा के लिए यहां मल्टीलेवल पार्किंग भी बनाई जाएगी. साथ ही बिजली की आपूर्ति करने के लिए सोलर पैनल लगाने की भी तैयारी शुरू कर दी गई है.

रेलवे स्‍टेशन के नवीनीकरण से इस रेलवे स्‍टेशन पर दूर दराज से आने वाले यात्रियों और रोजाना इंटरसिटी यात्रा करने वाले लोगों को विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलने वाली हैं. साथ ही विकास की दिशा में यह एक महत्‍वपूर्ण कदम साबित होने जा रहा है. इससे पहले गुड़गांव दिल्‍ली-द्वारका एक्‍सप्रेसवे और गुड़गांव मेट्रो भी इस शहर को और बेहतर बनाने जा रहे हैं.
रेलवे स्‍टेशन के अपग्रेडेशन से गुड़गांव के रियल एस्‍टेट सेक्‍टर में भी बड़ा बदलाव आने वाला है.

रेलवे स्‍टेशन के नवीनीकरण से आसपास के इलाकों में रियल्‍टी डेवलपर्स नई योजनाएं लाने की उम्‍मीद जता रहे हैं. इस बारे में प्रदीप अग्रवाल, फाउंडर एंड चेयरमैन, सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड कहते है, ‘गुड़गांव रेलवे स्टेशन का विकास इस क्षेत्र में शहरी बुनियादी ढांचे और रियल एस्टेट के लिए एक महत्वपूर्ण है. पहले चरण में यहां 295 करोड़ रुपये का महत्वपूर्ण निवेश होने जा रहा है और इस स्‍टेशन को आधुनिक बनाने जा रहा है. यह विकास गुरुग्राम क्षेत्र के लिए बड़ी संभावनाएं पैदा करता है. उन्नत रेलवे स्टेशन, एक विश्व स्तरीय सुविधा तैयार करने के साथ ही इस क्षेत्र में नए व्यवसायों को भी आकर्षित करेगा. यह स्वाभाविक रूप से आसपास के क्षेत्र में प्रॉपर्टी के मूल्यों को बढ़ावा देगा, जिससे यह रियल एस्टेट निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन जाएगा. एक रियल एस्टेट फर्म के रूप में, हम इसे अच्छी तरह से सुसज्जित, अच्छी तरह से जुड़े स्थानों की बढ़ती मांग का लाभ उठाने के अवसर के रूप में देखते हैं.’