हनुमान जन्मोत्सव पर सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी पर आस्था का उमड़ा जनसैलाब

▪️भक्तों की भारी भीड़ की वजह से कई सौ मीटर लगी लंबी लाइनें

राजेश तिवारी
अयोध्या।
राम नगरी अयोध्या में हनुमान जन्मोत्सव पर आस्था का जनसैलाब है। श्रद्धालु सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में भगवान बजरंगबली का दर्शन करने के लिए भारी संख्या भक्त उमड़ रहे है। राम नगरी में मुख्य तौर पर हनुमान जन्मोत्सव छोटी दीपावली के एक दिन पहले मनाया जाता है. लेकिन, दक्षिण भारतीय परंपरा के अनुसार, दक्षिण मुखी हनुमान जी के उपासक देश के विभिन्न क्षेत्रों में आज भी हनुमान जन्मोत्सव को मना रहे है। सुबह से ही हनुमानगढ़ी पर दर्शन पूजन का दौर है।
हनुमानगढ़ी के अलावा राम जन्मभूमि, कनक भवन और नागेश्वर नाथ मंदिर पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है। भक्त दर्शन पूजन कर रहे है। देश और विदेश के राम नगरी पहुंचे श्रद्धालु सरयू स्नान कर हनुमान लला का आशीर्वाद लेने हनुमानगढ़ी पहुंच रहे है। हनुमानगढ़ी मंदिर के सामने सुबह 700 मीटर तक लंबी लाइनें लगी रही।
राम जन्मभूमि के प्रधान पुजारी सत्येंद्र दास बताते है “धार्मिक मान्यता है कि हनुमान जी रुद्रावतार है, उनको शिव का अवतार माना जाता है और उनका जन्म चैत्र मास की पूर्णिमा को हुआ था। इसलिए हनुमान जन्मोत्सव मनाए जाने की प्रथा है। सुबह से ही हनुमान गढ़ी पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। तेज धूप के बावजूद लोगों ने बड़ी आस्था और श्रद्धा के साथ बजरंगबली का आशीर्वाद ले रहे है।
हनुमानगढ़ी के बसंतीय पट्टी के महंत महेश योगी बताया “हनुमान जी के जन्म स्थान और जन्मतिथि को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं, कुछ मान्यताएं हैं कि हनुमान जी का जन्म कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी यानी दीपावली के एक दिन पहले हुआ था, जो अयोध्या में मुख्यतः मनाया जाता है। इसका जिक्र वाल्मीकि रामायण में भी है। वहीं कुछ लोग बजरंगबली का जन्म चैत्र शुक्ल पूर्णिमा तिथि को भी मानते हैं। इसके पीछे कई धार्मिक कथाएं प्रचलित हैं।