स्वास्थ्य मेला: ग्रामीण समुदायों के लिए नयी उम्मीद की किरण

स्वास्थ्य एक अनमोल धरोहर है, और इसका सही तरीके से ख्याल रखना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है।”

वीरेंद्र चौहान, समाज जागरण ब्यूरो किशनगंज।
स्वास्थ्य मेला ग्रामीण समुदायों के लिए एक नई उम्मीद की किरण साबित हो रहा है, जो उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। जिले के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की यह पहल भविष्य में और भी सफल आयोजनों की दिशा में प्रेरित करती है, जिससे गांवों तक स्वास्थ्य सेवाओं की व्यापक पहुंच सुनिश्चित की जा सके। इसी क्रम में जिले के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में सोमवार को आयोजित मासिक स्वास्थ्य मेले ने ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। इस मेले का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण समुदायों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाना, मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना और गंभीर बीमारियों की रोकथाम के लिए नियमित जांच का महत्व समझाना था।
स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार:
गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. उर्मिला कुमारी ने बताया कि जिले के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में आयोजित मेले में मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली गंभीर बीमारियों जैसे शुगर, ब्लड प्रेशर, एनीमिया, टीबी, और हृदय रोगों की जांच और इलाज पर जोर दिया गया। सैकड़ों ग्रामीणों ने अपने स्वास्थ्य की जांच करवाई और विशेषज्ञ डॉक्टरों से मुफ्त परामर्श लिया। महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध कराई गईं, जिनमें गर्भवती महिलाओं की जांच, बच्चों के टीकाकरण और पोषण संबंधी जानकारी शामिल थी।
जागरूकता और परामर्श सत्र:
मेले में आयोजित स्वास्थ्य जागरूकता सत्रों में, विशेषज्ञों ने ग्रामीणों को स्वच्छता, पोषण, और नियमित स्वास्थ्य जांच के महत्व के बारे में जानकारी दी। सिविल सर्जन डॉ. रजेश कुमार ने बताया कि अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य समस्याओं को नजरअंदाज कर दिया जाता है, जिससे ये गंभीर बीमारियों का रूप ले लेती हैं। ऐसे आयोजनों के माध्यम से ग्रामीणों को इन बीमारियों से बचाव और सही समय पर इलाज कराने के लिए प्रेरित किया गया।
मुफ्त सामान्य जांच:

• ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की जांच।
• महिलाओं के लिए गर्भावस्था के दौरान आवश्यक परीक्षण और परामर्श सेवाएं।
सरकारी योजनाओं की जानकारी:

गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. उर्मिला कुमारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और जागरूकता बढ़ाना बेहद जरूरी है। इस तरह के मेले ग्रामीण लोगों को मुफ्त सेवाएं और जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें स्वास्थ्य के प्रति सजग बनाने में मदद करते हैं। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य एक अनमोल धरोहर है, और इसका सही तरीके से ख्याल रखना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है।”
ग्रामीणों की सराहना:

मेले में भाग लेने वाले ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना की और कहा कि इस प्रकार के आयोजन उनके लिए बेहद फायदेमंद साबित होते हैं, क्योंकि वे आमतौर पर शहरों में जाकर अपनी जांच नहीं करा पाते। इस आयोजन ने उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करने का एक मजबूत मंच प्रदान किया है।

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