झारखंड में बारिश और वज्रपात से भारी तबाही, कई लोगों की मौत, कांग्रेस नेता बिनोद कुशवाहा ने मुआवजे की मांग की

मिंटू कुमार संवाददाता दैनिक समाज जागरण हजारीबाग सदर
झारखंड में बीते दो दिनों से जारी खराब मौसम ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में अचानक हो रही बारिश और वज्रपात के कारण भारी जानमाल की क्षति हुई है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पानी भरने से लोगों को आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं खेतों में खड़ी कई किस्म की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। इससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है, जो पहले से ही महंगाई और कर्ज के बोझ से परेशान हैं। सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि वज्रपात की चपेट में आकर कई लोगों और मवेशियों की जान चली गई। अलग-अलग जिलों से मिली रिपोर्टों के अनुसार, बिजली गिरने की घटनाओं में कई लोगों की मौत हो चुकी है और कुछ गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका इलाज स्थानीय अस्पतालों में चल रहा है। इस आपदा को लेकर कांग्रेस के प्रदेश महासचिव विनोद कुशवाहा ने गहरी चिंता जताई है। उन्होंने झारखंड सरकार से मांग की है कि पूरे राज्य में हुए नुकसान का तुरंत आकलन किया जाए और प्रभावित परिवारों को यथोचित मुआवजा प्रदान किया जाए। बिनोद कुशवाहा ने कहा कि सरकार को किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए, ताकि उन्हें दोबारा अपने जीवन और आजीविका को पटरी पर लाने में मदद मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि वज्रपात से मारे गए लोगों के परिजनों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ सरकारी नौकरी अथवा किसी अन्य स्वरोजगार योजना का लाभ भी दिया जाना चाहिए। बिनोद कुशवाहा ने प्रशासन से आग्रह किया कि इस आपदा को केवल मौसम का असर मानकर न छोड़ा जाए, बल्कि एक मानवीय आपदा मानते हुए तत्काल राहत और पुनर्वास कार्य शुरू किए जाएं। साथ ही साथ लोगों को वज्रपात से सतर्क रहने की अपील भी की है।

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