हिंदू समन्वय संघर्ष समिति ने जिलाधिकारी वाराणसी को दिया पत्रक

समाज जागरण रंजीत तिवारी
रामेश्वर वाराणसी
कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को संसद सत्र के बीच में विवादित बयान दिया जिसमे राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अपने संबोधन में राहुल ने हिंदू घृणा के लिए भगवान शिव का इस्तेमाल किया। संसद में राहुल गांधी ने भगवान शिव की तस्वीर दिखाते हुए हिंदुओं को साथ अभय मुद्रा का भी मजाक उड़ाया, उन्होंने कहा यह देश अहिंसा का देश है और डर का देश नहीं है हमारे सारे महापुरुषों ने अहिंसा की बात की डर मिटाने की बात की डरो मत डराओ मत शिव जी भी यही करते हैं अभय मुद्रा दिखाते हैं अहिंसा की बात करते हैं त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं और जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं वह 24 घंटे हिंसा हिंसा नफरत नफरत सत्य असत्य करते हैं। पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर विषय है और पूरे हिंदू समाज का अपमान है। हिंदू समन्वय संघर्ष समिति वाराणसी के कार्यकर्ताओं द्वारा जिलाधिकारी को पत्रक देते हुए भारतीय दण्ड संहिता की धारा 299ए अनुसार राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करें और हिंदुओं की भावनाओ की ठेश पहुचाने की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करने की मांग किया है।
ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से राजेंद्र पांडेय, जग्गू,अनुरुद्ध शुक्ला, अखिलेश प्रसाद सिंह, धर्मेंद्र पांडेय, योगेंद्र त्रिपाठी, अधिवक्ता चक्रधर दुबे सहित संगठन के कार्यकर्ता उपस्थित रहे