जल है तो कल है विमल कुमार सिंह।

आई.एस.ए. एवं आई.ई.सी. संस्थाओं के प्रतिनिधियों का दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण सत्र का समापन
समाज जागरण अनिल कुमार
हरहुआ वाराणसी राज्य जल स्वच्छता मिशन, उत्तर प्रदेश एवं दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बख्शी का तालाब, लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में प्रायोजित जल जीवन मिशन के अंतर्गत इंप्लीमेंटेशन सपोर्टिंग एजेंसी (आईएसए) व आई.ई.सी. संस्थाओं के क्षमता संवर्धन हेतु जिला ग्राम्य विकास संस्थान, परमानंदपुर पर चल रहे दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण सत्र के समापन अवसर पर संस्था प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए जिला प्रशिक्षण अधिकारी विमल कुमार सिंह ने कहा कि जल की उपयोगिता हम सभी के जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण है बिना जल के इस धरती पर किसी का भी जीवन संभव नहीं है, उन्होंने कहा कि जल है तो कल है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में सेवा निवृत्त जिला विकास अधिकारी डॉ. दयाराम विश्वकर्मा द्वारा प्रशिक्षुओं को ग्राम जल स्वच्छता समिति के सदस्यों की भूमिका और योजना के सफलता में इनका योगदान किस तरह से हो सकता है के बारे में जानकारी देते हुए जल जीवन मिशन के तहत पाइप जलापूर्ति योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। वहीं मास्टर ट्रेनर अमर सिंह द्वारा प्रतिभागियों को प्रति परिवार वार्षिक प्रचालन एवं रख-रखाव और मासिक जल शुल्क के संबंध में जानकारी दी गई। इसी क्रम में सुरेश पाण्डेय ने पानी की गुणवत्ता और जल जीवन मिशन पहल पर इसका प्रभाव, योजना के हस्तांतरण और सामाजिक लेखा परीक्षा के बारे में जानकारी दी।
समापन अवसर पर उपस्थित सेवा निवृत्त आचार्य शिवप्रकाश ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए जल जीवन मिशन के अंतर्गत सफलता की कहानियों का दस्तावेजीकरण करने के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर सत्र प्रभारी संजय कुमार, उत्कर्ष पाण्डेय, गोपी श्याम, रामू कुमार, सुहैब जाफर, रमेश उपाध्याय, अनुराधा सिंह, बलिराम, फरहीन, एमपी सिंह, सौरभ कुमार शर्मा, ज्ञानी योगेश कुमार दुबे, राजेश कुमार सिंह सहित जनपद वाराणसी, चंदौली, सोनभद्र, प्रयागराज, भदोही, संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, गाजीपुर, जौनपुर, महराजगंज, मिर्जापुर व बस्ती से चयनित संस्थाओं के 55 प्रतिभागियों की उपस्थिति रही।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर जिला प्रशिक्षण अधिकारी विमल कुमार सिंह द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र देकर सत्र का समापन किया गया।