गोविंद नगर में इंस्पेक्टर विक्रम सिंह मतलब रोते हुए आते और हंसते हुए जाते लोग

  • सुख शांति के लिए इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने खत्म कराया पति- पत्नी और पिता-पुत्र के बीच विवाद
  • पति- पत्नी/पिता-पुत्र के बीच काफी अरसे से चल रहा था पारिवारिक बातों को लेकर कलह पूर्ण मतभेद

सुनील बाजपेई
कानपुर I अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण पर सफलता के साथ ही यहां की गोविंद नगर पुलिस आपसी मतभेदों को लेकर होने वाली कलह के खिलाफ गिले शिकवे दूर कर पारिवारिक शांति और खुशियां भी बहाल करने में पूरी तरह से सफल है।
थाने पर प्राप्त पत्रों को संज्ञान में लेकर दोनों पक्षों से बातचीत कर आपसी मतभेद को समाप्त कराने में यह सफलता जनहित में अपनी निष्पक्ष और पारदर्शी कार्यशैली और सहयोगी स्वभाव के चलते पूर्व वाले सभी थानों की तरह अब गोविंद नगर क्षेत्र में भी आम जनता के बीच लोकप्रिय सरल और शालीन स्वभाव के कानून और शांत व्यवस्था के पक्ष में अपराधियों के खिलाफ जुझारू तेवरों वाले इंस्पेक्टर विक्रम सिंह की अगुवाई में मिली इस महत्वपूर्ण सफलता के फलस्वरूप ही श्रीमती रश्मि सिंह और उसके पति विष्णु प्रताप सिंह निवासी ब्लाक न0 04 थाना गोविन्द नगर, मनीषा पाल और उसके पति अभिषेक पाल निवासी संजय नगर, कस्तूरी लाल अरोडा निवासी गोविन्द नगर और उसके पुत्र सुनील कुमार अरोडा यानी पति- पत्नी/ और पिता-पुत्र के बीच अरसे से बरकरार सारे गिले शिकवे दूर हो गए। और साथ रहने को राजी होने के चलते सभी पक्ष थाने से सहर्ष अपने – अपने घर चले गए।
इस दौरान पारिवारिक सुख शांति बरकरार रखने के इरादे से दोनों पक्षों को समझाने बुझाने और समझौता कराने वाले तथा किसी भी पीड़ित की समस्या के निस्तारण होने तक लगातार जुटे रहने वाले इंस्पेक्टर विक्रम सिंह की नेतृत्व वाली पुलिस टीम में अतिरिक्त निरीक्षक इंस्पेक्टर माधव प्रसाद त्रिपाठी , वरिष्ठ उप निरीक्षक विरेन्द्र कुमार सिंह, उप निरीक्षक श्रीमती शिवलता, सब्बरवाल महिला कांस्टेबल रंजना सिंह और परामर्श कमेटी की ओर से डा0 कृष्ण बिहारी दीक्षित, अल्का कालरा और पूनम बाजपेई शामिल रहीं।