नल मरम्मत के नाम पर लाखों खर्च फिर भी शोपीस बने इंडियन मार्कण्डन

दैनिक समाज जागरण ब्यूरो रिपोर्ट गौतम सिंह चौहान


विकासखंड कसमंडा की ग्राम पंचायत खैरनदेश नगर में नलों की मरम्मत न होने से परेशान ग्रामीण।
आपको बताते चलें कि कसमंडा में कुछ ऐसे भी ग्राम पंचायत देखने को मिल रहे हैं जहां जनता की समस्या ना सुनकर और अपने काम मे रहते हैं मस्त।
ग्राम पंचायत की जनता जिये या फिर मरे उनको कोई फर्क नहीं पड़ता नलो की मरम्मत ना होने से ग्रामीणों को काफी समस्या देखने को मिल रही हैं ।
ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान तो हम लोगों की सुनते ही नहीं है कुछ समय पूर्व महिला सचिव नीतू वर्मा जब हमारी ग्राम पंचायत में मौजूद थी तो उन्होंने नलो की मरम्मत करवाई थी जब भी हमारे गांव की कोई समस्या होती थी अगर प्रधान नहीं सुनते थे तो हम महिला सचिव (नीतू वर्मा) से बोल देते थे तो हमारी समस्याओं का समाधान हो जाता था
लेकिन जब से उनकी जगह पर दूसरी महिला सचिव पूजा यादव आई है तब से नलों की मरम्मत हो या कोई और कार्य लेकिन महिला सचिव को फोन करो तो फोन ही नहीं रिसीव करती हैं।
और प्रधान से नल बनवाने के लिए कहा जाता है तो प्रधान साफ-साफ मना करते हुए कहते हैं कि हम नल नहीं बनाएंगे जो करना है कर लो जहां भी शिकायत करना है कर दीजिए ।
लेकिन हम नल नहीं बनवाएंगे जबकि की सरकार इतना अच्छा कार्य करके जनता के दिलों पर राज कर रही है और यही प्रधान उसी जनता को भूखा प्यासा देखना चाहते हैं।
आखिर प्रधान और सचिव की क्या मंशा है नल ना बनवाने का क्या कारण है जबकि कहा जाता है जल ही जीवन है क्या ग्रामीणों को जल के लिए इधर-उधर भटकना पड़ेगा या फिर नलो की मरम्मत करवाई जाएगी।।