पाश्चात्य जीवन शैली को छोड़कर भारतीय शैली अपनाना जरूरी: सदाशिव

समाज जागरण अनिल कुमार
हरहुआ वाराणसी। आरोग्य भारती ,काशी प्रान्त के तत्वावधान में कोइरीपुर खुर्द में स्वास्थ्य प्रबोधन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता सदाशिव ने कहा कि पाश्चात्य जीवन शैली एवम भोजन शैली को छोड़कर भारतीय शैली अपनाना होगा। हमारी परपरागत रसोई आरोग्य का केंद्र है। दादी ,नानी के नुस्खे प्रभावशाली एवम कारगर थे।
मुख्य अतिथि पूजा दीक्षित प्रबन्धक आर्य महिला इंटरमीडिएट कालेज ने कहा कि हमारी माताएं,बहने परम्परागत रूप से दक्ष चिकित्सकीय गुणों से सम्पन्न थीं ,श्री अन्न की कुशल प्रयोगकर्ता थी।इसलिए जीवन निरोग एवम लम्बा था।
अन्य वक्ताओं मे डॉ0 इंद्रनील बसु ,डॉ0 मनीष त्रिपाठी,डॉ0 कैलाश त्रिपाठी,डॉ0 गौरीशंकर दुबे प्रमुख रहे।
आरोग्य भारती की ओर से ग्रामीणों में आयुर्वेदिक स्वास्थ्य किट एवम गर्म कपड़े वितरित किये गए।
अतिथियों का स्वागत,धन्यवाद ज्ञापन व कार्यक्रम का संचालन संयोजक कपिल नारायण पांडेय ने की।

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