झारखंड के जंगल से भटका हुआ हाथी की झुंड, अमर विगहा पहुँचा। बिहार राज्य के औरंगाबाद जिले के कई गाँवों में मचाया उत्पात, किसानों के खेंती को भी पहुँचाया नुकसान।


वन विभाग के लोगों ने पटाखा छोड़कर हाथी के झुंड को गांव से कुछ दूर तक भगाया अभी भी हाथी का झुंड बाहरी क्षेत्र में जमा हुआ है।

वन विभाग की टीम के साथ बांकुड़ा की टीम भी लगी हुई है जिसमें 7 लोग सम्मिलित हैं।

हाथियों को झारखंड के कंचनपुर के रास्ते वापस भेजने का प्रयास किया जा रहा है ।

दैनिक समाज जागरण टीम औरंगाबाद (बिहार)

अनिल कुमार मिश्र, ब्यूरो चीफ, सत्य प्रकाश नारायण जिला संवाददात्ता, धनंजय कुमार, विधि संवाददात्ता का संयुक्त रिपोर्ट।

औरंगाबाद (बिहार ) 14 दिसंबर 2022 :-.झारखंड के जंगल से भटका हुआ हाथी मदनपुर क्षेत्र के जंगल से होते हुए मंगलवार को औरंगाबाद मुफस्सिल थाना क्षेत्र के अमर बीघा गांव के करीब हाथियों का झुंड देखा गया। मदनपुर थाना क्षेत्र से देव होते हुए लगभग 30-40 किलोमीटर का सफर तय करते हुए झारखंड से भटके हुए हाथियों का झुंड अमर बीघा पहुंचा ।गांव के दो घरों के बाहर खड़ी बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया। वन विभाग के लोगों ने पटाखा छोड़कर हाथी के झुंड को गांव से कुछ दूर दूर तक भगाया अभी भी झुंड बाहरी क्षेत्र में जमा हुआ है। वन विभाग की टीम के साथ बांकुड़ा की टीम भी लगी हुई है जिसमें 7 लोग सम्मिलित हैं। औरंगाबाद वन विभाग के भी पदाधिकारी और कर्मचारियों की टीम इस अभियान में लगी हुई है। हाथियों को झारखंड के कंचनपुर के रास्ते वापस भेजने का प्रयास किया जा रहा है जिससे किसानों को कम से कम नुकसान का सामना करना पड़े वन विभाग के लोगों ने बताया कि हाथियों के उत्पात से जो भी नुकसान हुआ है उसका मुआवजा दिया जाएगा। हाथी के हमले में घायल होने की स्थिति में भी उन्हें मुआवजा मिलेगा। किसान को वन विभाग में आवेदन देना होगा उस आवेदन की जांच आंचल अधिकारी से कराई जाएगी रिपोर्ट आने के बाद मुआवजा देने का प्रावधान है। फसल का नुकसान मकान टूटने हाथी के हमले में घायल होने में मामले में भी मुआवजा देने का प्रधान है। इसका बकादा जांच होती है और उसके बाद भुगतान सुनिश्चित किया जाता है