कबीर गुरुवाणी से अशोकनगर जिले में 17 मिनट में हुई 02 दहेज मुक्त शादी*

कमल सिंह लोधा
दैनिक समाज जागरण

*अशोकनगर।* आजकल आमतौर पर हो रही शादियों में फिजूल खर्चे व लोग दिखावा करना और प्रीतिभोज करना व दहेज लेना और दहेज देना पालतू के आडंबर है जिसे हमने अपनी परंपरा बना लिया है जिससे बेटी को हमने अपने ऊपर बोझ मान लिया है जिसे अब खत्म करना बहुत जरूरी है। अशोकनगर जिले कि ईसागढ़ तहसील के ग्राम कनेरा व तहसील चंदेरी में दिनांक 14/05/2023 दिन रविवार को जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा एक दिवसीय सत्संग समारोह का आयोजन LCD के माध्यम से किया गया किया। जब हम चंदेरी तहसील के सत्संग में पहुंचे तो हमे दो दहेजमुक्त विवाह जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में देखने को मिले जिसमें बारी आडंबरओ का खंडन करते हुए सादगी से विवाह हुआ। इस विवाह समारोह में दिखावे और फिजूल खर्च को बंद कर लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से रविवार को 17 मिनट में कबीर गुरुवाणी से अशोकनगर शहर की तहसील चंदेरी में विवाह सादगी से हुआ। दुल्हन स्वर्ति दासी निवासी बड़ेरा का दूल्हे राजकुमार दास निवासी क्यारा के साथ व दुल्हन भारती दासी निवासी बड़ेरा का दूल्हे चंदन दास निवासी मेंगोना का विवाह (रमेनी) मात्र 17 मिनट में संपन्न हुआ। आयोजकों द्वारा इस आयोजन में किसी भी तरह के प्रीतिभोज नहीं रखा गया। इस शादी में दुल्हन के हाथों में न कोई मेहंदी लगी हुई थी और ना कोई हार सिंगार था, दूल्हा भी साधारण कपड़ों में बिना सेहरा के था।
संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में दहेज मुक्त विवाह संपन्न हुआ जिसमें ना बैंड बाजा, ना बारात थी और ना ही पंडित, ना मंडप ना हुए फेरे सिर्फ 17 मिनट मैं गुरु वाणी द्वारा रमेनी संपन्न हुई। संत रामपाल जी के अनुयाई न तो दहेज लेते है और न ही देते है। ऐसा करके वे समाज के लिए एक उदाहरण पेस कर रहे है कि बेटी कोई बोझ नहीं है। हमने बस अपनी परंपरा गलत बना ली है। शादी वचन से होती है इसमें लोग दिखावा करना, दहेज देना और लेना यह पालतू के आडंबर है जिन्हें अब खत्म करना बहुत ही ज्यादा जरूरी है।
अब सच होगा सबका सपना !
दहेज मुक्त होगा भारत अपना !!