कानपुर : रायपुरवा में ऑल इज वेल की ओर नई इंस्पेक्टर अंकिता की सक्रियता, सिख पर हमले के सभी आरोपी गिरफ्तार

  • सभी आरोपियों ने दवा व्यापारी अमोल के साथ की थी मरणासन्न होने की हद तक पिटाई, पुलिस ने किया था 25 – 25 का इनाम भी घोषित
  • मामले में यूपी के विधानसभाध्यक्ष सतीश महाना गुट के लोग कर रहे थे आरोपियों की पैरवी जबकि भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी ने पीड़ित के पक्ष में खोल रखा था मोर्चा

सुनील बाजपेई
कानपुर | यहां मेडिकल स्टोर संचालक अमोल दीप सिंह भाटिया के साथ मारपीट करने वाले भाजपा पार्षद सौम्या शुक्ला के भाजपा नेता पति अंकित शुक्ला समेत सभी 5 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ली गई है। इन सभी की तलाश में पुलिस की पांच टीमें पार्टी लगातार जुटी हुई थीं। साथ ही 25-25 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा गया था।
इस मामले में यूपी के विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना गुट के लोग हमलावरों की पैरवी कर रहे थे, जबकि पीड़ित के पक्ष में भाजपा संसद सत्य देव पचौरी ने भी मोर्चा खोल रखा था। वहीं पुलिस कमिश्नर डॉक्टर आरके स्वर्णकार के नेतृत्व में जॉइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हर हाल में कराने के लिए अडिग थे। अंततः पुलिस का परिश्रम रंग लाया और पार्षद पति भाजपा नेता अंकित शुक्ला, सतेन्द्र वाजपेयी ,यशस्वी शुक्ला, सूरज त्रिपाठी और अंकुर सिंह राजावत को रायपुरवा की नई इंस्पेक्टर अंकिता वर्मा की अगुवाई में निवर्तमान थाना प्रभारी अमान सिंह, दरोगा जय सिंह, अजय सिंह तोमर , सिपाही संजीव कुमार, दीपक सिकरवार और सन्देश कुमार की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। दवा व्यापारी अमोल दीप सिंह भाटिया को पीट पीट कर अधमरा करने वाले इन सभी सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के मुद्दे को लेकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी के बीच जिस तरह की खींच तान चल रही थी और सिख समाज भी जिस स्तर तक नाराज था। उसे दृष्टिगत रखते हुए इन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी अति आवश्यक थी और इसमें सफलता की पूर्ण संभावना तब पैदा हो गई जब अमन सिंह को हटाकर पीड़ितों की तत्काल सहायता और अपराधियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के लिए चर्चित निष्पक्ष और पारदर्शी कार्यशैली की तेजतर्रार ,व्यवहार कुशल कठोर परिश्रमी इंस्पेक्टर श्रीमती अंकिता वर्मा को रायपुरवा का नया प्रभारी बना दिया गया।
यही नहीं दवा व्यापारी अमोल दीप सिंह को गंभीर रूप से घायल करने वाले इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली कठोर परिश्रमी इंस्पेक्टर अंकिता वर्मा के अब तक के कार्यकाल के विवेचन से यह भी साबित होता है कि हालात चाहे जैसे रहे हों लेकिन निर्दोष फंसे नहीं और अपराधी बचे नहीं जैसी लोकहित की प्रबल विचारधारा वाली सरल और शालीन स्वभाव की भगवान और भाग्य यानी कर्म भरोसे रहने वाली और अपनी जुझारू नौकरी के अब तक के कार्यकाल में घटनाओं का सटीक खुलासा करते हुए सैकड़ों सफेदपोस माफिया अपराधियों को भरपूर सबक सिखा चुकीं इंस्पेक्टर अंकिता वर्मा ने अपनी कर्तव्य के प्रति निष्ठा के साथ समझौता आज तक नहीं किया। उन्होंने बताया कि दवा व्यापारी को गंभीर रूप से घायल करने वाले सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।