कानपुर : नवीन पंडित से ज्यादा किसी दावेदार में नहीं मतदाताओं में पकड़, सीसामऊ से टिकट की मांग

अनेक संगठनों ने भी की पांच बार के पार्षद दल के नेता नवीन पंडित को सीसामऊ से प्रत्याशी बनाने की मांग

  • नरेन्द्र मोदी द्वारा कानपुर लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं के संदर्भ में चलाये गये नमो एप में 10 लाख अंक के रूप में कानपुर में अव्वल नवीन पंडित राम जन्मभूमि आंदोलन में भी दो बार जा चुके हैं जेल, जन समस्याओं के खिलाफ जुझारू संघर्ष के मामले में भी चर्चा में रहता है नवीन पंडित का नाम

सुनील बाजपेई
कानपुर। समाजवादी पार्टी के इरफान सोलंकी को जाजमऊ के आगजनी मामले में सजा होने के बाद खाली हुई सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी से टिकट के लिए दावेदारों का संघर्ष लगातार जारी है। इस विधानसभा क्षेत्र में हार जीत का फैसला लगभग पौने दो लाख मतदाताओं को करना है। जहां तक दावेदारों का सवाल है। लगभग एक दर्जन से भी ज्यादा भाजपाई टिकट की लाइन में है, जिसमें विभिन्न क्षेत्र बदलकर पार्षद का चुनाव लगातार पांचवीं बार जीतने वाले ,1991 में राम जन्मभूमि आन्दोलन में फतेहगढ़ जेल में 11 महीने और 1993 में पुनः कानपुर कारागार में 09 महीने बन्द रह चुके भारतीय जनता पार्टी के तेजतर्रार, व्यवहार कुशल बेहद जुझारू नेताओं में से एक पांचवीं बार पार्षद चुने गए और पार्षद दल के भी नेता नवीन पंडित का नाम भी चर्चा में है।
समर्थक सूत्रों की माने तो वोटरों पर पकड़ के मामले में जितना मजबूत नवीन पंडित हैं। उतना कोई अन्य दावेदार कदापि नहीं,जिसकी पुष्टि नवीन पंडित के अब तक के जुझारू राजनीतिक इतिहास तथा पार्टी और जनता के हित में किए गए अनगिनत कार्यों और आंदोलनों आदि से भी की जा सकती है।
दर असल सीसामऊ से जिताऊ दावेदारों में सबसे अव्वल माने जाने वाले यह वही जुझारू नवीन पंडित हैं ,जिनसे राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान रासुका में जेल में बंद रहने के दौरान स्व० भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी , लाल कृष्ण आडवाणी, कलराज मिश्र, राजनाथ सिंह, स्व० राजेन्द्र गुप्त, विनय कटियार, उमाभारती, डा० दिनेश शर्मा जैसे नेताओं ने जेल में आकर भाजपा के विपक्ष में रहने के दौरान भी तमाम जन-आन्दोलनों से लोकप्रिय कार्यकर्ता के रूप में पहचान बनाने वाले निष्पक्ष और पारदर्शी कार्य शैली के नवीन पंडित से मुलाकात कर उनकी हौसला आफजाई भी की थी।
पार्टी को मजबूत करने और उसके प्रचार प्रसार में भी अग्रणी साथ ही कई पदों पर भी रह चुके लोकहित में अपनी धुन के पक्के, कठोर परिश्रमी, हर किसी के सुख दुख में सदैव साथ खड़े होने वाले तथा व्यवहार कुशल होने के फलस्वरूप कोई भी चुनाव जीतने की हद तक हर जाति ,हर धर्म और हर वर्ग के लोगों में मजबूत पकड़ रखने वाले सीसामऊ से टिकट के सर्वोत्तम दावेदार माने जाने वाले नवीन पंडित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कानपुर लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं के संदर्भ में चलाये गये नमो एप में भी सभी को पछाड़ते हुए सर्वाधिक 10 लाख अंक हासिल करके भी कानपुर में अपनी लोकप्रियता साबित कर चुके हैं।
अब जहां तक नगर निगम के महत्वपूर्ण अंग वाल्मीकि विकास परिषद (रजि.) नगर निगम, विकास प्राधिकरण ,जलकल विभाग संयुक्त वाहन चालक कर्मचारी संघ तथा विभिन्न सामाजिक संगठनों और सैकड़ों समर्थकों द्वारा पुरजोर समर्थन के साथ जुझारू नवीन पंडित को ही सीसामऊ से भाजपा प्रत्याशी बनाए जाने की मांग का सवाल है।
समर्थकों के मुताबिक सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र से काफी पुराना लगाव रखने वाले पिछले 20 वर्ष से 2900 से अधिक मुस्लिम वोटरों समेत 10 हजार से भी ज्यादा कार्यकर्ताओं वाली एक गैर राजनीतिक संस्था दक्षिण विकास मोर्चा के भी संयोजक अध्यक्ष
भाजपा पार्षद दल के नेता नवीन पंडित ने राष्ट्रीय सफाई आयोग के अध्यक्ष रहे पन्ना लाल ताम्बे के प्रतिनिधि होने के दौरान भी जन समस्याएं हल करते हुए नगर निगम आदि के 2000 से अधिक कर्मचारियों और 1000 से अधिक चालकों के निवास क्षेत्र सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र की एक-एक मलिन बस्ती में जिस तरह से हर संभव विकास कार्य कराए ,उससे भी सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों परिवारों से बने उनके पारिवारिक रिश्तों से प्रमाणित उनकी लोकप्रियता भारतीय जनता पार्टी की जीत का कारण अवश्य ही बन सकती है। उनकी लोकप्रियता के इसी क्रम में आज तक नहीं मिलने वाला सिख और क्रिश्चियन समाज का वोट भी नवीन पंडित को प्रत्याशी बनाए जाने की दशा में भाजपा को मिल सकता है। जिसकी वजह सिख और क्रिश्चियन समाज से भी टिकट के प्रबल दावेदार नवीन पंडित का मजबूत जुड़ाव है। सिख वोटरों के संदर्भ में खास बात यह भी कि जहां से नवीन पंडित पार्षद हैं , वहां भी उन्हें हमेशा जिताने वाली आधी सिख आबादी है ,जो इस सीसामऊ विधानसभा में भी प्रभाव रखती है। उसका भी लाभ नवीन पंडित को मिलना तय माना जा रहा है। इसी के साथ पांच बार पार्षद होने के फलस्वरुप बड़ी संख्या में किए गये कार्य भी बड़ी संख्या में मुस्लिम मतदाताओं के वोट भी सरल छवि एवं लोकप्रियता के धनी माने जाने वाले नवीन पंडित को दिलवा सकते हैं।
प्रत्याशी बन जाने की दशा में नवीन पंडित के जरिये भाजपा को वोट मिलने का तीसरा बड़ा आधार नवीन पंडित के ही नेतृत्व में संचालित हजारों की दलित सदस्य संख्या वाली वह पुरानी संस्था है ,जो आजादी के लिए सर्वस्व कुर्बान करने वाले अमर शहीद क्रांतिकारी गूंगा चौहान की याद में हर साल चुन्नीगंज में सबसे बड़े मेले का आयोजन करती है।
दलित समाज के गरीब लोगों को कन्यादान, मेधावी छात्रों को पढ़ाई का खर्च भी उठाने वाली श्री श्री 108 पीला मन्दिर आदर्श सेवा जैसी समितियों के हजारों सदस्यों का वोटो के रूप में लाभ भी नवीन पंडित को मिलना तय माना जा रहा है। अगर भाजपा के बड़े पदाधिकारियों द्वारा इन सभी समितियों ,विभिन्न समाजसेवी तथा विभागीय संगठनों और समर्थकों द्वारा लिखे गये अनेक समर्थन पत्रों पर यकीन कर नवीन पंडित को ही सीसामऊ से प्रत्याशी बनाया जाता है तो इस बार भारतीय जनता पार्टी की ही हर हाल में जीत होने से कोई भी ताकत कदापि नहीं रोक सकती, लेकिन वास्तव में भाजपा का टिकट क्या जमीन से जुड़े जुझारू नवीन पंडित जैसे लोगों को मिल पाएगा या फिर किसी न किसी हथकंडे से कोई जुगाड़ बाज हड़प ले जाएगा। यह आने वाला वक्त ही बताएगा।

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