कृषि विज्ञान केंद्र बांका द्वारा ड्रैगन फ्रूट का पौधारोपण*


दैनिक समाज जागरण
ब्यूरो उमाकांत साह
बांका/चांदन: ओषधि गुणों से भरपूर कहे जाने वाले ड्रैगन फ्रूट जो बाजारों में अच्छै दामों पर उपलब्ध होते हैं। जिसे देखते हुए बुधवार 7 फरवरी को तकनीकी विज्ञान केंद्र बांका के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ मूनेश्वर प्रसाद द्वारा बांका जिला के जाने माने किसान सह उत्तरी बारने पंचायत के पूर्व मुखिया नूनेशवर मरांडी के बगिचा में ड्रेगन फ्रुट का पौधा लगाया। जहां चार पौधे लगा कर जैविक खेती करने पर बल दिया। जिससे किसानों को अच्छी आमदनी कमाने के साथ साथ गंभीर बिमारियों में औषधीय गुणों से भरपूर लाभ उठा सकें। इस मौके पर बांका जिला के जाने-माने प्रसिद्ध किसान नूनेश्वर मरांडी के अलावा वरीय शोधकर्ता आईसीएआर दीपक रंजन किशोर एवं क्षेत्र प्रबंधक दीपक कुमार चंदन एवं किसान नागेश्वर यादव के अलावा अन्य गणमान्य किसान मौजूद थे। वहीं इस संबंध में तकनीकी विज्ञान केंद्र बांका के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ मूनेश्वर प्रसाद ने बताया कि ड्रैगन फूड (कैक्टस) औषधि एवं उत्तम गुणों से भरपूर फल है, किसान यदि इस फल को खेती करते हैं तो इससे ज्यादा से ज्यादा लाभ कमा सकते हैं इसे लगाने के लिए बहुत ही कम जमीन पर उगाए जाते हैं इसे उगाने की तरीका बंजर भूमि पर थोड़ी सी नमी वाली जगहों पर लगभग तीन मीटर की दूरी पर एक खंभे के सहारे चारों ओर इस पौधे को लगाए जाते हैं एक साल के बाद इसकी तना ऊपर चारों ओर फैल जाते हैं और उसी तने के ऊपर फल उग जाते हैं। जो बाजारों इस फल को विशेष मांग होने के कारण अच्छै दामों पर बेचे जाते हैं। इस फल में लाभ बहुत है, सबसे पहले अस्थमा को रोक थाम में काम आते हैं, साथ ही साथ डायबिटीज मरीजों के लिए काम आते हैं, इसमें भरपूर एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। उन्होंने बताया किसान नूनेश्वर मरांडी के विषेश मांग पर इस पौधे को लगाया गया है। उन्होंने बताया कि यदि कोई किसान इस फल को एक एकड़ भूमि में लगाते हैं तो पांच से छह टन उत्पादन देते हैं।