मप्र जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष मोहन  नागर को दिल्ली में मिला भाऊराव देवरस  सम्मान



राजगढ़,,,,,विष्णु नायक,,,,जब किसी छोटी सी जगह अर्थात गांव से निकल कर व्यक्ति पद, प्रतिष्ठा और सम्मान का आधिपत्य होने लगता है, तो
यहां सम्मान उस व्यक्ति का ही नहीं अपितु उसकी जन्मभूमि, कर्मभूमि, शैक्षणिक भूमि और उनके साथ विभिन्न क्रियाकलापों राजनीतिक, सामाजिक, पर्यावरण क्षेत्र में किए गए कार्य और संबंधित समस्त व्यक्तियों के लिए अत्यंत गौरवपूर्ण होता हैं।

ऐसे ही राजगढ़ जिले की पुण्य धरा पर जन्मे, बैतूल जिले की वसुंधरा को कर्मभूमि मानते हुए,
भारत भारती विद्यालय के माध्यम से अपनी सेवा को संकल्प का आधार बनाते हुए वर्तमान मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री मोहन नागर  जी (राज्यमंत्री) द्वारा वह रह रहे सकल समाज एवं आदिवासी के उत्थान हेतु अनेकों कार्य किए।

जिसमें गंगावतरण के माध्यम से किया गया जल संरक्षण प्रमुख था, बैतूल जिले के अनगिनत नागरिकों को साथ लेकर अनेकों स्थानों पर जनसहयोग के माध्यम से बोरी बंधान, 60 पहाड़ी क्षेत्रों में खंतीया, घरेलू स्थानों पर वर्षा जल के संरक्षण हेतु सोखता गड्ढा, जल संरक्षण के लिए 200 गांवों के नागरिकों को साथ लेकर जागरूकता मिशन ओर जल की उपयोगिता ही प्रमुख आधार रहा है।
इन्हीं प्रकल्पों के आधार पर इस वर्ष 2024-25 का देश के सबसे सर्वश्रेष्ठ संस्थान का सम्मान
30वा भावराउ देवरस सम्मान श्री मोहन नागर जी को प्राप्त हुआ है।

ज्ञात हो कि भाउराव देवरस सम्मान प्रतिवर्ष अलग अलग क्षेत्रों में प्राप्त उपलब्धि के आधार पर दिया जाता रहा है।
इस वर्ष #जल_संरक्षण को लेकर यह सम्मान मोहन नागर जी को प्राप्त हुआ है।
भावराउ देवरस जी शिशु मंदिर के मार्गदर्शक थे, आज उनके सफल प्रयासों से देश भर में विद्या भारती के नाम से एक लाख से अधिक विद्यालयों का संजाल है, जिसमें विद्यार्थियों का जनकल्याण हेतु व्यक्तित्व निर्माण होता है।

भावराउ देवरस जी में व्यक्ति पहचानने की अद्भुत क्षमता थी, उन्होंने उस समय भी जिस व्यक्ति को, जिस क्षेत्र में लगाया वह यशस्वी ही हुआ है, ओर आज उसी संस्था के माध्यम से मोहन जी को यह सम्मान प्राप्त हुआ है।
यह भी अत्यंत प्रसन्नता का विषय है कि संस्था आज भी उनके सैद्धांतिक, वैचारिक विषयों को आम जनमानस में उनके कार्यों, निर्देशों के माध्यम से सजीव स्थान प्रदान कर रही है।
ओर संस्था के कार्यों का श्रेय ओर मोहन जी को प्राप्त यह सम्मान निःसंदेह ही भावराउ देवरस जी ओर उनकी अविश्रांत साधना को ही परिलक्षित करता है।

यह बैतूल जिले के नागरिकों के साथ ही राजगढ़ जिले के लिए भी अत्यंत गौरवशाली हैं, ताकि उनके माध्यम से देश की राजधानी में देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थान द्वारा मिले इस सम्मान से दोनों जिलों के साथ मध्यप्रदेश के गौरव को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाया है।

राजगढ़ जिले में भी पर्यावरण प्रेमियों, जन अभियान परिषद और उनके चाहने वालों ने सोशल मीडिया पर श्री मोहन जी को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।

Leave a Reply