मैकल परिक्रमा पर्वतराज अमरकंटक की परिक्रमा 15 नवंबर से

राजीव कुमार
अनूपपुर ।माँ नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक से मैकाल परिक्रमा कार्तिक पूर्णिमा दिन शुक्रवार दिनांक 15.11.2024 से प्ररंभ होने जा रही है। यह परिकमा 100 कि.मी. की मानी गई है जो कि नर्मदा पुराण में वर्णित है। यह पर्वतराज अमरकंटक तीनों लोकों में प्रसिद्ध हैं एवं करोड़ो देवी-देवता निवास करते हैं तथा हजारों ऋषि-मुनियों की तपस्थली है। अतः यह पुण्यप्रद है कि जो पर्वतराज अमरकंटक मेकल की परिक्रमा अद्धापूर्वक करता है उसने सम्पूर्ण पृथ्वी की परिक्रमा का पुण्य प्राप्त कर लिया, इसमें कोई संशय नहीं है। मेकल पर्वतराज की परिक्रमा करने से मनुष्य के कायिक, वाचिक, मानसिक ये तीनों पाप नष्ट हो जाते हैं,जो मनुष्य पर्वतराज मेकल की परिक्रमा करता है भगवान शंकर उसकी सभी इच्छा पूर्ति करते हैं।

प्रतिदिन कन्या पूजन का आयोजन।

मैकल परिक्रमा का कार्यक्रम विवरण निम्नानुसार है-दिनांकप्रस्थान (बालभोग) दूरी गणेश धुना (माई की बगिया अमरकंटक) यात्रा प्रारंभ,रात्रि विश्राम, प्रसादी,दिनांक 15/11/2024, शुकवार तिथि कार्तिक पूर्णिमाजगतपुर (करंजिया) संकीर्तन/प्रसादी,दि० 16/11/2024, जगतपुर (करंजिया) बालभोगजोगीकुंड नर्मदाघाट, खन्नात करंजिया संकीर्तन प्रसादी, 17/11/2024, दिन-रविवारजोगी कुंड खन्नात (करजिया) बालभोग,जलेश्वरधाम अमरकंटक संकीर्तन प्रसादी,
दि० 18/11/2024, दिन-सोमवार
जलेश्वरधाम (अमरकंटक) बालभोग
पकरिया गरिला (छ.ग.) संकीर्तन/प्रसादी, 19/11/2024, दिन-मंगलवारपकरिया गरिला (छ.ग.) बालभोगमाई मंडवा ठाड़पावर (छ.ग.) संकीर्तन प्रसादी,20/11/2024, दिन-बुधवारमाई मंडवा बालभोग
अमादोव (छ.ग.) संकीर्तन/प्रसादी
, 21/11/2024, अमादोव (Ch.G.) प्रसवगणेश बुना अमरकंटक भजन संध्या, कल्या भोजन, नगर भ्रमण प्रसाद यात्रा समाप्त होगा।
श्री श्री संत भगवानदास जी महाराज माँ नर्मदा सीताराम महाराज (1008),गणेश धुना, अमरकंटक धाम, अनूपपुर (म.प्र.)
,परमहंस संत अमरकंटक धाम
श्री श्री 1008 श्री रामनाथशरण (मोहित महाराज) द्वारा जानकारी दी गई है

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